इस्लामाबाद। अपनी जमीं पर पनपी आतंक की जड़ें उखाडऩे के लिए पाकिस्तानी सेना एक नए सुरक्षा विभाग और बटालियंस का गठन करने जा रही है। इस प्लान के तहत वहां 28 एडिशनल बटालियन बनाई जाएंगी। पाक के वित्त मंत्री इशाक डार और सेना के शीर्ष अधिकारियों के बीच कल हुई बातचीत में मिलिट्री ऑफिसरों ने नई योजना को सरकार से अतिरिक्त धनराशि की मांग की। पाकिस्तानी मीडिया को बयान में इशाक ने कहा कि पाक सरकार सुरक्षा मामलों को सबसे अधिक महत्व देती है। उन्होंने नई डिफेंस डिवीजन एवं अतिरिक्त बटालियनों के लिए शीघ्र ही धनराशि मुहैया कराने की हामी भरी। माना जा रहा है कि पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय सेना की मनमुताबिक वित्तपोषण एवं धनराशि का प्रावधान कर सकता है।
यह हैं पाकिस्तानी फौज की नई डिवीजन बनाने की वजहें
6.50 लाख जवानों के साथ पाक आर्मी दुनिया की 10 सबसे बड़ी थलसेनाओं में गिनीे जाती है। लेकिन, छोटे देश में इतना बड़ा सैन्यबल होने के बावजूद आतंक से न निपट पाने के पीछे कई वजह हैं। जानकारों का मानना है कि पाक आर्मी ने 90 फीसदी लाव-लश्कर भारत को टारगेट के लिए रखा है। लेकिन खुद पाकिस्तान यह आरोप भारत पर मढ़ता है कि भारतीय फौज की 90 फीसदी तैयारियां व वैपन्स पाकिस्तान को ध्यान में रखकर चलते हैं। हालांकि पाकिस्तान सेना ने कहा है कि जिन नई 28 बटालियनों का गठन किया जाएगा, वह अपनी जमीं पर पनपे टेरररिज्म को काउंटर करने के लिए है।
– दिसंबर 2014 में पाक सेना ने पाकिस्तान में सबसे खूंखार आतंकी संगठन तालिबान के खिलाफ एक व्यापक ऑपरेशन शुरु किया था, जिसके संदर्भ में पाक पीएम नवाज शरीफ ने कहा था कि अच्छा-बुरा तालिबान नहीं होता। बता दें कि पेशावर में एक सैन्य स्कूल पर तालिबान के हमले में 135 बच्चों सहित 150 लोगों की मौत हुई थी।
– जिसके बाद पाक सेना ने तालिबान को काउंटर करने पर लंबी जंग छेड़ दी। जिसमें सेना हजारों आतंकवादियों के मारे जाने का दावा करती है।
– वैसे तो पाकिस्तान में कई सारे आतंकी संगठन हैं, लेकिन इनमें तालिबान को पाक सरकार एवं सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। इसलिए पाक सेना चाहती है कि उसके पास इनके लिए अतिरिक्त बटालियन हों।