एक वरिष्ठ राजनयिक ने बताया कि जांच दल भारत जा सकता है, लेकिन यात्रा की तिथि अभी निर्धारित नहीं की गई है
इस्लामाबाद।
पंजाब के
पठानकोट वायुसैनिक अड्डे में जनवरी में हुए आतंकवादी हमले में
जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए
पाकिस्तानी जांच दल अगले महीने भारत आ सकता है। एक वरिष्ठ राजनयिक ने एक पकिस्तानी अखबार को बताया कि जांच दल भारत जा सकता है, लेकिन यात्रा की तिथि अभी निर्धारित नहीं की गई है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग ने हमले के संंबंध में कल प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसके बाद छह सदस्यीय जांच दल का भारत आने का रास्ता साफ हो गया है। पठानकोट हमले के बाद इस दल का गठन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने किया था।
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हमारे सात जवान हुए थे शहीदपंजाब प्रांत के आतंकवाद निरोधक विभाग के अतिरिक्त महानिरीक्षक राय ताहिर की अगुवाई वाला दल भारत के उन आरोपों की जांच करेगा, जिसमें उसने कहा था कि दो जनवरी को हुए आतंकवादी हमले में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। इस हमले में सात सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे और छह हमलावर मारे गए थे। यह जांच दल घटनास्थल जाकर साक्ष्यों को एकत्रित करेगा।
ये भी पढ़ेंः सेना ने पठानकोट एयरबेस के कमांडिग ऑफिसर को हटायाये भी पढ़ेंः पठानकोट हमला: आखिरकार पाकिस्तान ने दर्ज की एफआईआरएनआईए से भी मुलाकात करेगा जांच दलगुरुवार को पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर के साथ बैठक करके उन्हें हमले के मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के संबंध में जानकारी दी थी। प्राथमिकी दर्ज होने से जांच को आगे बढ़ाने का कानूनी आधार तैयार हो जाएगा। पाकिस्तानी जांच दल अपनी यात्रा के दौरान भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से भी मुलाकात करेगा। पठानकोट हमले की जांच एनआईए कर रही है। पाकिस्तान से सहयोग का निर्णय डोभाल की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित एक बैठक में लिया गया था। इस बैठक में पाकिस्तानी दल के यहां आने के मामले में भी विचार विमर्श किया गया।