‘मोदी जिद के पक्के, दुनिया में अलग थलग पड़ रहा है पाक’
Published: Oct 17, 2016 02:33:00 pm
आतंक को संरक्षण देने और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के कारण पाक पूरी दुनिया में अकेला पड़ता जा रहा है
इस्लामाबाद। आतंकवाद को संरक्षण देने और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के कारण पाकिस्तान पूरी दुनिया में अकेला पड़ता जा रहा है। पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र द नेशन में छपे एक लेख में यह बात कही गई है।
समाचार पत्र ने नवाज सरकार और सेना के लिए लिखा: मुल्क में अब भी अच्छे और बुरे आतंकियों में फर्क किया जा रहा है। पाकिस्तानी सरकार को बिना किसी भेदभाव के सभी आतंकी नेटवर्क्स के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहए। लेख में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिद का पक्का बताते हुए कहा गया है कि मोदी की वजह से पाकिस्तान दुनिया में अलग थलग पडऩे के कगार पर पहुंच गया है। सप्ताह में यह दूसरा मौका है जब पाकिस्तानी सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को चेतावनी देते हुए समाचार पत्र ने इतना सख्त लेख छापा है। द नेशन को पाकिस्तानी सरकार और सेना का करीबी माना जाता है। इसे देखते हुए यह लेख काफी अहमियत रखता है।
लेख में गोवा में रविवार को खत्म हुई ब्रिक्स समिट का जिक्र किया गया। कहा गया कि मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को आतंकवाद पैदा करने वाला मुल्क बता दिया। खास बात ये है कि मोदी के बयान से चीन भी सहमत दिखा और उसने भी आतंकवाद के खिलाफ पुख्ता कार्रवाई पर जोर दिया। मोदी का बयान दिखाता है कि पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अकेला करने के लिए भारत कितना समर्पित है।
मोदी के चलते पाकिस्तान में नवंबर में होने वाली सार्क समिट कैंसिल कर दी गई। भारत में पाकिस्तानी कलाकारों का बहिष्कार किया गया। अब हालात ये हैं कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर मोदी पाकिस्तान को छोड़ नहीं रहे हैं। पाकिस्तान तो अमरीका में बैठे राजनयिकों को अपना पक्ष समझाने की कोशिश करता है लेकिन देश और विदेश में हमारी आलोचना की जा रही है। अगर हम अकेले पड़ गए तो इसका बहुत तीव्र असर होगा। पाकिस्तान ऐसा कभी नहीं चाहेगा। हालात ये हो गए हैं कि नवाज की पार्टी के ही सांसद राणा मोहम्मद अफजल नॉन स्टेट एक्टर्स के खिलाफ एक्शन ना होने की बात सार्वजनिक रूप से कह रहे हैं। यही बात तो मोदी भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को स्पॉन्सर कर रहा है।
लेख के अंत में पाकिस्तान की सरकार को सलाह देते हुए लिखा गया,नीति साफ होनी चाहिए। कार्रवाई दिखनी चाहिए। पाकिस्तान को अब ये सोचना ही होगा कि देश हित में क्या है? आतंकवाद को जड़ से खत्म करना होगा और इस काम में अच्छे या बुरे का फर्क नहीं होना चाहिए। सेना और सरकार को फैसला लेना होगा। अमरीका हम पर दबाव डालता ही जा रहा है। चीन भी ये मांग कर सकता है। पाकिस्तान दुनिया में कभी भी अलग थलग नहीं होना चाहेगा क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो नतीजे बेहद खतरनाक होंगे।
मौजूदा राजनैतिक स्थितियों की मांग है कि पाकिस्तान अपने सहयोगियों को लेकर स्थिति साफ करे और सिर्फ बोलने की जगह उसका पालन भी करे। पाकिस्तान को महसूस करना होगा कि आतंकियों को पूरी तरह से खत्म करना उसके राष्ट्रीय हित में है।
लेख में डॉन की उस विवादित खबर का भी जिक्र है जिसमें दावा किया गया था कि आतंकवाद पर सख्ती से कार्रवाई करने को लेकर पाकिस्तानी सरकार और सेना में टकराव की स्थिति बनी हुई है। लेख में कहा गया है कि आतंकी समूहों पर अपना पक्ष स्पष्ट करने की जगह सरकार ने उस खबर को लिखने वाले अलमिदा के देश से बाहर जाने पर ही प्रतिबंध लगा दिया। उन पर प्रतिबंध लगाने का फैसला सरकार की अपरिपक्वता दिखाता है। दावों से उलट यह खबर किसी भी नजरिए से राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा नहीं थी।