एशिया विकास बैंक द्वारा सहायता प्राप्त टीयूटीएपी परियोजना के जरिये 10 प्रांतों को बिजली उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। इस बीच अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने वॉशिंगटन में जारी वक्तव्य में हमले की कड़ी निंदा करते हुए गनी को जांच में सहयोग करने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि खून बहाने के जिम्मेदार हत्यारे अफ
गानिस्तान का भविष्य नहीं हैं और यह कभी जीत नहीं पाएउंगे। इस तरह के हमले अफगानिस्तान में अमरीकी के अभियान को जारी रखने और अफगान सरकार तथा अफगानी जनता को मदद देने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत ही करते हैं।
प्रणव और सोनिया ने अफगानिस्तान में हुए हमले की निंदा की
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। राष्ट्रपति ने कहा, काबुल के देह मजांग चौराहे पर हुए विस्फोट के बारे में जानकर मुझे गहरा धक्का लगा है। मैं इस हमले को अंजाम देने वालों की कड़ी निंदा करता हूं। मुखर्जी ने कहा है, मैं विस्फोट में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारत सरकार अफगानिस्तान की सरकार और वहां के लोगों की हरसंभव सहायता करने को तैयार है। सोनिया ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, आतंककारियों ने पिछले एक महीने में दुनिया के कई शहरों में आतंकी हमले किए हैं और ऐसे में आतंकवाद का सामना करने के लिए हम सभी को एकजुट रहना होगा।