अलेप्पो। सीरियाई सेना ने 48 माह के बाद अलेप्पो पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। विद्रोहियों के आखिरी समूह को अलेप्पो से खदेड़ दिया गया है। सीरिया में 2011 से सीविल वॉर शुरू हुई थी और तब से सेना विद्रोहियों के खिलाफ जंग लड़ रही थी। रेड क्रॉस ने गुरुवार को बताया था कि विद्रोहियों को खदेड़ने के आखिरी चरण के तहत सेना के 4,000 से ज्यादा लड़ाकू अलेप्पो से रवाना हुए हैं। अलेप्पो में विद्रोहियों और सीरियाई सेना के बीच चल रहे गृह युद्ध में छह सालों में 3 लाख से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं। वहीं अलेप्पो में आर्मी के कब्जे के बाद बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ा बयान दिया है।
रूस आ रहा है पाक के करीब, अमरीका, इजराइल और भारत आए साथ
भारत में अलेप्पो को लेकर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम ने बयानबाजी की है। उन्होंने कहा कि भारत, इजराइल और अमरीका को आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए हाथ मिलाना चाहिए। तीन देश अगर एक साथ आ जाए तो आतंकवाद का खात्मा हो जाएगा। स्वामी ने कहा, ‘अमरीका के पास शक्ति है लेकिन सहनशीलता नहीं है। वहीं भारत के पास शक्ति के साथ ही सहनशीलता भी है। उन्होंने कहा, असद के शासन में सीरिया ‘वॉर नेशन’ में तब्दील हुआ है। स्वामी ने कहा कि रूस पड़ोसी देश पाकिस्तान के करीब आ रहा है। ऐसे में इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए भारत, इजरायल और अमरीका का साथ आना जरूरी है।
2012 में विद्रोहियों ने किया था पूर्वी अलेप्पो पर कब्जा
सेना के बयान में कहा गया है कि अलेप्पो में सुरक्षा वापस बहाल कर दी गई है। विद्रोहियों के आखिरी समूह को खदेड़ दिया गया है। इंटरनेशनल रेडक्रॉस समिति (आईसीआरसी) ने भी सेना के अलेप्पो पर पूरी तरह से नियंत्रण करने की पुष्टि कर दी है। विद्रोहियों ने साल 2012 में पूर्वी अलेप्पो पर कब्ज़ा किया था। इसके बाद सीरियाई सेना ने लगातार लड़ाई लड़ विद्रोहियों को अलेप्पो के कुछ हिस्सों तक सीमित कर दिया था। पिछले हफ्ते सेना ने फिर से विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी और उनको खदेड़ने का आखिरी चरण चल रहा था।
छह साल की जंग की भेट चढ़े 3 लाख लोग
सीरिया में छह साल से विद्रोहियों और सेना के बीच चल रही इस जंग में 3 लाख 10 हजार लोगों की मौत हुई है। विद्रोहियों को मिले इस झटके के साथ ही सरकार ने अलेप्पो के पांच मुख्य शहरो- अलेप्पो,होम्स, हामा, दमिश्क और लटाकिया पर कब्जा कर लिया है। 2011 के बाद इसे राष्ट्रपति बशर अल असद की सबसे बड़ी जीत माना जा रहा है। अलेप्पो से विद्रोहियों को खदड़ने और पूरी तरह से नियमंत्रण करने से पहले ही नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
रूस और ईरान दे रहे थे सीरिया का साथ
पांच सालों से भी ज्यादा से चल रहे इस गृह युद्ध में रूस और ईरान विद्रोहियों के खिलाफ सीरिया का साथ दे रहे थे। असद ने भी इन दोनों सहयोगी देशों की सराहना की है। सरकारी समाचार एजेंसी सना ने असद के हवाले से बताया कि अलेप्पो की आजादी न सिर्फ सीरिया के लिए जीत है, बल्कि यह उनके लिए भी एक जीत है जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ योगदान दिया है, खासकर रूस और ईरान ने। इससे पहले हाल के दिनों में भारी बर्फबारी और शून्य के करीब तापमान के पहुंचने ने निकासी की कोशिश प्रभावित हुई थी। लेकिन सेना डटी रही और विद्रोहियों के आखिरी खेप को खदेड़ दिया।