पाकिस्तान की 53 फीसदी टीनेजर गर्ल मानती हैं कि शारीरिक संंबंध बनाने से इनकार करने पर पति के हाथों पत्नी की पिटाई जायज है
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की 53 फीसदी टीनेजर गर्ल मानती हैं कि शारीरिक संंबंध बनाने से इनकार करने पर पति के हाथों पत्नी की पिटाई जायज है। चौंकाने वाली यह बात यूनाइटेड नेशन्स पॉपुलेशन फंड द्वारा जारी रिपोर्ट में कही गई है। पाकिस्तान के अखबार की रिपोर्ट मुताबिक, देश में 15 से 19 साल की लड़कियां का मानना है कि शारीरिक संबंध बनाने से इनकार करने वाली पत्नीयों की पति पिटाई कर सकता है। ये हालत तब है, जब पाकिस्तान में 30 फीसदी से ज्यादा लड़कियां फिजिकल या यौन हिंसा का शिकार हुई हैं।
सर्वे में पता चला कि इस हिंसा के लिए लोअर एजुकेशन, अनइम्प्लॉइमेंट और फैमिली बैकग्राउंड जिम्मेदार है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान उन देशों में से एक है, जहां ऐसे टीनेजर्स की तादाद ज्यादा है, जिन्हें एड्स है। भारत में ऐसी टीनेजर्स की संख्या सबसे ज्यादा 1,20,000 है। इसके बाद इंडोनेशिया (46,000), थाईलैंड (11,000), म्यांमार (7,700), पाकिस्तान (7,000), कंबोडिया (3,500), ईरान (3,200), वियतनाम (2,600) और नेपाल का नंबर आता है।
HIV की रोकथाम कैसे, टीनेजर्स को नहीं मालूम
-रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में 15 से 24 साल के पुरुषों में केवल 25 प्रतिशत को पता है कि कॉन्डम से इसकी रोकथाम की जा सकती है।
-इसके अलावा महिलाओं में इसकी जागरूकता आधे से भी कम है।
-वहीं, टीनेजर गल्र्स की आधी आबादी शॉर्ट एक्टिंग मेथड (पिल्स और कॉंन्डम) पर डिपेन्ड है।
Pak महिलाओं के लिए तीसरा सबसे खरतनाक देश
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक 2011 में महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देशों में पाकिस्तान को तीसरा देश बताया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में 90 प्रतिशत महिलाएं डोमेस्टिक वॉयलेंस का शिकार हैं। इसका कारण देश की सांस्कृतिक, कबीलाई व धार्मिक परम्पराएं हैं। इनमें एसिड अैटक, चाइल्ड मैरिज, जबरन शादी ओर पत्थर से मौत के घाट उतारा जाना शामिल है। इसके अलावा देश में दहेज के लिए हत्या और हॉरर किलिंग की दर सबसे ज्यादा है। पाकिस्तान के ह्यूमन राइट्स कमिशन की रिपोर्ट (2011) के मुताबिक, हर साल 1,000 से ज्यादा महिलाएं व लड़कियां हॉरर किलिंग का शिकार होती हैं।