चूल्हे-चौके में लड़कियों की रुचि बढ़ाने के लिए पाक का अनोखा फैसला
Published: Aug 27, 2016 09:21:00 am
पाकिस्तान की पंजाब सरकार के इस फैसले का महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया है
लाहौर। जहां भारत में लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा की तरफ प्रेरित किया जाता है, वहीं पाकिस्तान में लड़कियों को मुर्गी, मुर्गा और पिंजरा दिया जा रहा है, ताकि वे चूल्हे चौके में दिलचस्पी लें। वहां की पंजाब सरकार ने नई स्कीम शुरू की है जिसके तहत स्कूलों में लड़कियों को मुर्गीपालन सिखाया जाएगा। इसके चलते हर लड़की को चार मुर्गी, एक मुर्गा और पिंजरा मिलेगा। सरकार का कहना है कि इसका मकसद लड़कियों की चूल्हे-चौके में दिलचस्पी बए़ाना है, ताकि वे बड़ी होकर घर की जिम्मेदारियों को संभाल सकें।
यह प्रोजेक्ट अगले महीने से शुरू हो रहा है। फिलहाल, प्राइमरी स्कूलों की एक हजार लड़कियों को इसके लिए चुना गया है। महिलाओं ने इस फैसले का विरोध शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी सरकार का खूब मजाक उड़ाया जा रहा है। पंजाब डेयरी डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के अफसर नसीम सादिक कहते हैं – सरकार राज्य में स्कूली लड़कियों को मुर्गीपालन और पोषक तत्वों के बारे में जागरुक करना चाहती है, क्योंकि पाकिस्तान उन देशों में सबसे ऊपर है, जहां प्रोटीन की कमी है। लड़कियों को रसोई का काम भी सिखाया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि वे बचा हुआ खाना मुर्गियों को खिलाएं।
सादिक ने बताया – हमने इस योजना में लड़कों की जगह लड़कियों को इसलिए चुना, क्योंकि रसोई का ज्यादातर काम उनको ही करना होता है। वे लड़कों से ज्यादा जिम्मेदार और देखभाल करने वाली हाती हैं। इस स्कीम का सोशल वर्कर फरजाना बारी ने विरोध शुरू कर दिया है। वे कहती हैं – ऐसे ही समाज कंजर्वेटिव होता है। यहां सरकार लड़कियों को सिखा रही है कि उनकी दुनिया बस रसोई तक है। सरकार को तो लड़कियों की हौसला अफजाई करनी चाहिए, बजाए इसके कि उनके दिमाग में यह बात डाली जाए कि एक औरत सिर्फ चूल्हा-चौका ही करती है।
फरजाना ने कहा – बेहतर होता कि सरकार स्कूली लड़कों पर भी ध्यान देती। उनके अंदर भी जिम्मेदारी और बराबरी की भावना पैदा करती। अगर सरकार इस प्रोजेक्ट को लड़कों के स्कूलों में भी शुरू करती है तो वे सीख पाएंगे कि रसोई में क्या, कैसे करते हैं। वे महिलाओं का हाथ बंटाना भी सीखेंगे।