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हमें लादेन के छुपने की जगह पता थी : पूर्व पाक रक्षामंत्री

Published: Oct 13, 2015 11:10:00 pm

ओसामा के मारे जाने के बाद हालांकि, किसी को यह विश्वास नहीं हुआ कि पाकिस्तान को इस बात की जानकारी नहीं थी की मोस्ट वांटेड आतंकी वहां छुपा हुआ है

Ahmed Mukhtar

Ahmed Mukhtar

इस्लामाबाद। अमरीकी सेना के विशेष दस्ते ने 2 मई 2011 को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 100 किलोमीटर दू एब्बोटाबाद में छिपे अलकायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था तब पाकिस्तान ने यह सफाई दी थी कि उसे नहीं पता था कि दुनिया का मोस्ट वांटेड आतंकी उसके यहां छुपा हुआ है। दुनिया को भी लादेन के मारे जाने की सूचना तब मिली थी जब अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दी थी।

ओसामा के मारे जाने के बाद हालांकि, किसी को यह विश्वास नहीं हुआ कि पाकिस्तान को इस बात की जानकारी नहीं थी की मोस्ट वांटेड आतंकी वहां छुपा हुआ है। हैरानी की बात तो यह थी की लादेन जिस घर में छिपा हुआ था वह पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी के बेहद करीब स्थित था।

हालांकि, पाकिस्तान के तत्कालीन रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने एक खुलासा कर सबको हैरत में डाल दिया है। चौधरी 2008 से 2012 तक पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की कैबिनेट में रक्षामंत्री थे। लादेन के मारे जाने के साढ़े चार साल बाद इस बात का खुलासा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान ने जानबूझकर और खुफिया तरीके से दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी को अपने यहां छुपाकर रखा हुआ था।

चौधरी से जब पूछा गया कि ओसामा के बारे में किस-किस को पता था तो उन्होंने कहा, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल अशफाक कियानी, सरकार और सेना के उच्च अधिक ारियों को अलकायदा प्रमुख के देश में होने की जानकारी थी।

चौधरी ने कहा, सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई को पता था कि लादेन पाकिस्तान में छुपा हुआ है।

अमरीका ने खुफिया मिशन के तहत मार गिराया था ओसामा को
अमरीकी नेवी सील्स के कमांडोज ने 1 और 2 मई 2011 की रात को एक बेहद ख्खुफिया मिशन के तहत घर में छिपे लादेन को मार गिराया था। अमरीका ने मिशन की जानकारी को नहीं दी थी। अमरीकी कमा ंडोज अफगानिस्तान से दो ब्लैक हॉक हेलीकाप्टरों में आए थे। रडार हेलीकॉप्टरों को पकड़ नहीं ले, इसलिए ये बेहद नीचे उड़ान भ्भरकर एब्बोटाबाद पहुंचे थे।

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