Motivational Story: हौसला और उम्मीद ही साहस
Published: Jul 31, 2017 12:06:00 pm
एक बार नेपोलियन अपनी सेना के साथ एल्पस पर्वत की चढ़ाई के लिए निकला
एक बार नेपोलियन अपनी सेना के साथ एल्पस पर्वत की चढ़ाई के लिए निकला। पर्वत और उसकी ऊंचाई को देखकर सेना के हाथ-पांव फूलने लगे। फिर भी नेपोलियन का आदेश था, इसलिए उन्हें आदेश का पालन करना जरूरी था और सैनिकों ने नेपोलियन के साथ चढ़ाई शुरू कर दी।
इस दौरान एक बूढ़ी महिला ने उन्हें रोकते हुए कहा, ‘इस पर्वत पर चढ़कर क्यों मरना चाहते हो? आज तक इस पर्वत पर कई लोगो ने चढऩे का प्रयास किया और वे सभी मारे गए। अगर तुम अपनी जिंदगी से प्यार करते हो तो वापस लौट जाओ।
नेपोलियन उस बूढ़ी महिला की बात सुनकर हतोत्साहित होने की बजाए, उसे अपने गले में पहना हीरे का हार उतार कर दे दिया और बोले, ‘मां, तुमने तो मेरा और मेरे सैनिकों का उत्साह दोगुना कर दिया। जिन लक्ष्यों को प्राप्त करने में आज तक कोई सफल न हो सका, उसी तरह के असम्भव लक्ष्यों को संभव करने की वजह से ही लोग मुझे नेपोलियन के नाम से जानते हैं।’
महिला को नेपोलियन से ऐसे शब्द सुनने की उम्मीद नहीं थी। वह बोली, ‘तुम पहले इंसान हो, जो मेरी बात सुनकर हतोत्साहित होने की बजाए प्रेरित हुए। मुझे विश्वास है कि तुम निश्चय ही पर्वत पर विजय प्राप्त करोगे।