script40,000 रु. में हर परेशानी हल करने का दावा, विदेशों में लाखों कमा रहे ‘झाड़-फूंक’ करने वाले | Tone totke business is rising in Europe to remove all problems | Patrika News

40,000 रु. में हर परेशानी हल करने का दावा, विदेशों में लाखों कमा रहे ‘झाड़-फूंक’ करने वाले

Published: Aug 02, 2017 09:54:00 am

यूरोप-यूएस में बढ़ रहा ‘झाड़-फूंक’ का धंधा

tone totke in hindi

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जहां एक तरफ भारत में अंधविश्वास से मुक्त होने की बात चल रही हैं वहीं दूसरी ओर पढ़े लिखे तथा विकसित देशों में अंधविश्वास तथा तंत्र-मंत्र का जोर बढ़ता जा रहा है। शायद इसी का असर है कि वहां पर एक झाड़-फूंक करने वाला भी महीने के 5 से 9 लाख रुपए आसानी से कमा लेता है।

यूरोप और अमरीका में यह धंधा बहुत जोरों पर है। खास तौर पर बुरी आत्माओं पर काबू पाने, आत्मा शुद्धिकरण और मनचाही सफलता दिलाने का दावा करने वाले कारोबार में तेजी से उछाल आया है। दिनों दिन इसमें बढ़त देखी जा रही है। सबसे बड़ी बात कि ईसाई मिशनरी या ईसाई धर्मगुरु इस काम को करवाने के लिए हायर नहीं किए जा रहे वरन अन्य देशों जैसे अफ्रीकन, पागन आदि कर्मकांड करने वालों को इन कामों की जिम्मेदारी दी जा रही है।

प्रति असाइनमेंट लेते हैं 10 से 60 हजार रुपए
फ्रांस में जहां 11 हजार से 40 हजार रुपए तक में यह काम किया जा रहा है, तो वहीं ब्रिटेन में 30 से 60 हजार रुपए में घर को बुरी आत्माओं के खौफ से मुक्त करने का दावा किया जा रहा है। मैक्सिको में मनचाही शादी और धंधे में उछाल के लिए 20 हजार रुपए तक की फीस ली जा रही है। दिलचस्प यह भी है कि बीते एक दशक में ईसाई मिशनरी की ओर से आत्मा शुद्धिकरण के धार्मिक अनुष्ठानों में कमी आई है।

इंटरनेट से बुकिंग
आत्मा शुद्धिकरण का यह कारोबार नए तौर-तरीकों से आगे बढ़ रहा है। हीलर्स, मेडिम्स और काबालिस्ट्स के अपने फेसबुक और ट्विटर पेज हैं। इसके अलावा उनकी साइट्स भी जिनके माध्यम से बुकिंग की जाती हैं।

इतनी कमाई
9 लाख रुपए महीने की औसत कमाई है यूरोप में इन हीलर्स की
5 मिनट फोन पर कंसलटेंसी के लिए जाते हैं 2000 से 5000 रुपए
15 घंटे प्रतिदिन तक काम करता है व्यस्त हीलर्स

3 वजहें: क्यों बढ़ रहा चलन
1. लोगों की आर्थिक, सामाजिक समस्याएं उलझ गई हैं और इच्छाएं असीमित हैं। इसके लिए चमत्कार की शरण में जाते हैं।
2. यूरोप में प्रवासियों की संख्या बढ़ी है। उनके लिए धार्मिक रीति-रिवाजों में हिस्सेदारी मुश्किल होती है, इसलिए वे इस तरह के प्राइवेट सेवा देने वालों के पास जाते हैं।
3. आतंकवाद और अपराध के लिए लोग बुरी आत्माओं को जिम्मेदार मानते हैं। फ्रांस में 2015 के आतंकी हमलों के बाद इस तरह के कारोबार में काफी तेजी आई है।
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