विदेश में योग की रिसर्च पर खास फोकस
योग को लेकर जहां बाहर के देशों में अलग दृष्टिकोण है
दुनियाभर के लोग योग को लेकर अवेयर हो रहे हैं। योग को लेकर जहां बाहर के देशों में अलग दृष्टिकोण है, वहीं भारत में लोगों के लिए योग आज भी सिर्फ रोग को दूर करने का साधन है। हां, ये सही है कि योग के जरिए आप रोगों से निदान पा सकते हैं, लेकिन योग सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। मैंने 60 से ज्यादा देशों की यात्रा की है और मेरे 85 देशों के योग के स्टूडेंट्स हैं। अपने विश्लेषण में मैंने पाया है कि बाहर के देश के लोगों का योग की रिसर्च पर खास फोकस है। वहां युवा इसे गहनता से समझना चाहते हैं, हर पहलू को जानना चाहते हैं। कुछ समय पहले यूएसए में एक रिसर्च हुई थी, जिसमें पता चला कि वहां 28 परसेंट योग करने वाले लोग हैं, जबकि भारत में यह आंकड़ा डेढ़ से दो परसेंट का है। यह कहना है हिंदू यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के कुलपति डॉ. उमानन्द का।
उमानन्द ने कहा कि नासा 60 हजार पांडुलिपियां देश से ले जा चुका है। इन पर रिसर्च के लिए उन्होंने संस्कृत डिपार्टमेंट भी बनाया है, जहां अच्छी अंग्रेजी और संस्कृत जानने वालों को तवज्जो दी जा रही है।
इटैलियन ट्रांसलेशन देख हुआ आश्चर्य
इटली की एक यात्रा में भारतीय विज्ञान और संस्कृति का बाहर के देशों के लोगों में कितना महत्व है, यह जानने का मौका मिला, जिसने मुझे आश्चर्यचकित भी किया। वहां मुझे महर्षि भारद्वाज का लिखित विमान प्रकरण का इटैलियन ट्रांसलेशन देखने को मिला। हवाई जहाज के आविष्कार का श्रेय राइट ब्रदर्स को दिया जाता है, जबकि उनसे पहले तलपदे बंधु ने भारतीय ग्रंथों की मदद से 1892 में विमान का ईजाद कर लिया है।
लोग जल्दी आगे बढऩा चाहते हैं
योग को लेकर कुछ सालों में ज्यादा अवेयरनेस बढ़ी है, लेकिन इसका दूसरा पहलू यह भी है कि लोग इस फील्ड में नॉलेज बढ़ाने के बजाय इसको इनकम सोर्स समझने लगे हैं। कुछ आसन सीखकर योग ट्रेनर मानने लगते हैं। योग में कई स्टेप्स हैं, जिसके लिए धैर्य की आवश्यकता होती है। इस फील्ड में स्टेप बाइ स्टेप आगे बढऩा चाहिए और इसे गहनता से जानने की कोशिश करनी चाहिए।
– प्रायन, यूएसए
लाइफ में योग की खास इम्पॉर्टेंट
योग सिर्फ शरीर की व्याधियों को दूर करने में सहायक नहीं है। योग आपको जीने की कला सिखाता है। फिजिकल फिटनेस के साथ मेंटल फिटनेस में भी मदद करता है। पूरी दुनिया में मेंटल फिटनेस को लेकर बात हो रही है। मेंटल हेल्थ के लिए योग से बढ़कर कोई दवा नहीं है।
– मंगला, ऑस्ट्रेलिया