आजमगढ़. स्टेट बैंक आफ इंडिया से हफ्तों से पैसा न मिलने से नाराज खाताधारकों का धैर्य जवाब दे गया तथा लोगों ने आजमगढ़ वाराणसी मुख्य मार्ग जाम कर दिया। उल्लेखनीय है कि 8 नवम्बर नोटबंदी के बाद से बैंकों के रवैयों में आये बदलाव के कारण लोग अभी भी काफी त्रस्त दिखाई दे रहे हैं। हालांकि सरकार धीरे धीरे बैंकों से पैसा निकालने की सीमा भी बढ़ाने की बात कर लोगों के घाव पर मरहम लगाने की बात कर रही है। किन्तु यहां के बैंकों की हालत एकदम खराब होती चली जा रही है।
कभी दो हजार, कभी चार हजार, कभी दस हजार तो कभी चौबीस हजार बांटे भी गये किन्तु इधर देवगांव के स्टेट बैंक से हफ्तो से पैसा न मिलने से मंगलवार को खाताधारकों का धैर्य पूरी तरह जवाब दे गया। अपना रखा पैसा बैंको से न निकाल पाने से क्षुब्ध होकर लोगों ने वाराणसी आजमगढ़ सड़क को जाम कर दिया। लोगों का आरोप था कि कल आइये कल आइये सुनते सुनते लोग अब पूरी तरह थक चुके हैं।
मार्ग जाम की सूचना पाकर स्थानीय कोतवाली पुलिस आनन फानन यहां आकर दस से पन्द्रह मिनट में जाम तो समाप्त करा दिया किन्तु लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र ही पैसा मंगाकर नहीं बांटा गया तो स्थिति बदतर हो सकती है। यूनियन बैंक में भी पैसा नहीं है, का बोर्ड लगा हुआ है जबकि इलाहाबाद बैंक छः हजार का भुगतान करते देखा गया। लोगों का भारी हुजूम इलाहाबाद बैंक के सामने भी देखकर अनुमान लगाना आसान है कि पैसे की किल्लत से लोग कितने परेशान हैं तथा यहां लगे एटीएम बन्द हैं।
रानी की सराय क्षेत्र में नोट बंदी के बाद आये दिन व्यवस्था में सुधार का दावा किया जा रहा है जबकि क्षेत्र के बैंकों में कई दिनों से कैश किल्लत बनी हुई है। कुछ बैंको में लाइन कम होने का नाम ही नही ले रही है। आरबीआई द्वारा धन को लेकर आये दिन क्रम बढाया जा रहा है वहीं बैंको में समस्याएं अभी भी बरकरार है। कस्बें के एसबीआई में कई दिन से कैश की किल्लत बनी हुई है। नाम मात्र एटीएम में पैसा डाला जा रहा है तो यहां भी भोर से ही लाइन लग रही है। यूबीआई सेठवल शाखा पर अभी भी लाइन का क्रम नहीं टूट रहा है। समस्या को लेकर नागरिको में रोष ब्याप्त है।