आजमगढ़. रौनापार क्षेत्र के बैजाबारी गांव में शुक्रवार की रात स्वयं को आबकारी टीम का सदस्य बताते हुए धन की वसूली कर रहे जिप्सी सवार तीन लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान पकड़े गए लोगों के दो साथी ग्रामीणों को चकमा देकर मौके से भाग निकले। पकड़े गए लोगों से पुलिस पूछ-ताछ कर रही है।
क्षेत्र के बैजाबारी गांव में शुक्रवार की रात करीब 10 बजे जिप्सी वाहन से गांव के दिव्यांग रामकिशुन पुत्र दहारी के घर पहुंचे पांच युवकों ने स्वयं को आबकारी टीम का सदस्य बताते हुए उसे अर्दब में ले लिया। उन युवकों ने रामकिशुन को शराब का अवैध कारोबारी बताते हुए सुविधा शुल्क के रूप में रकम की मांग की। रात में वाहन सवार लोगों पर गांव के लोगों की नजर पड़ी और लोग मौके पर जुटने लगे। इस बात की सूचना गांव के प्रधान हरिकेश यादव को भी दी गई। ग्राम प्रधान मौके पर पहुंचे और जिप्सी वाहन से आए लोगों से जब जानकारी मांगी तो वह निरूत्तर हो गए।
संदेह होने पर ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया। इसी बीच ग्रामीणों को चकमा देकर दो युवक मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने तीन लोगों को पकड़ लिया और इसकी सूचना मुकामी थाने को दी गई। पुलिस रात में मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के कब्जे में रहे तीनों युवकों व जिप्सी वाहन को थाने लाया गया।
पकड़े गए लोगों में शिवचंद गुप्ता व
अखिलेश यादव रौनापार गांव के निवासी हैं। जबकि पंकज क्षेत्र के बघावर गांव का रहने वाला है। इस संबंध में थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह का कहना है कि पकड़े गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। शनिवार की शाम तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी।