आजमगढ़. दो वर्ष पूर्व पत्नी की मौत हो जाने के बाद तीन बच्चों के गुजर-बसर के लिए दूसरी शादी रचाई। अचानक न जाने मन में क्या बात उठी कि दूसरी पत्नी के बच्चों के हत्या की योजना बना लिया। दवा के बहाने बच्चों को लेकर घर से निकला और फिर वापस लौटते समय वह बच्चों का जानी दुश्मन बन गया। यह देख मां की ममता जगी और सौतन के बच्चों को बचाने में दूसरी पत्नी को अपनी जान गवानी पड़ गई। बच्चों की हत्या पर आमादा पति विरोध कर रही दूसरी पत्नी की गला घोंट कर हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया। घटनास्थल से भागकर ननिहाल पहुंचे बच्चों के बताने पर परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। परिजन भागकर मौके पर पहुंचे तो हत्यारा मौके पर मौजूद मिला और उसकी हरकतें पागलों जैसी हो चली थी। जबकि महिला का शव कुछ दूरी पर नदी से बरामद किया गया। हत्यारोपी पति को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना निजामाबाद थाना क्षेत्र के शिवली गांव के पास हुई।
बिलरियागंज थाना क्षेत्र के सियरहा ग्राम निवासी विनोद (35) पुत्र अर्जुन राम की पहली शादी निजामाबाद थाना क्षेत्र के अल्लीपुर गांव में हुई थी। पहली पत्नी से विनोद के तीन बच्चे हुए जिनमें पुत्री उर्वशी (13), पुत्र जयकिशन (10) तथा सबसे छोटी बेटी खुशी (7) की है। लगभग दो वर्ष पूर्व विनोद की पहली पत्नी का निधन हो गया। बच्चों की परवरिश के लिए विनोद की दूसरी शादी निजामाबाद क्षेत्र के ही शिवली ग्राम निवासी माया देवी (26) के साथ हो गई। माया की भी यह दूसरी शादी थी पहले पति से माया के पास ढाई वर्ष की पुत्री जोया है।
जीविकोपार्जन के लिए विनोद विदेश रहता था लेकिन दो वर्ष पूर्व वह विदेश से घर लौट आया। जीवकोपार्जन के लिए विनोद दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करने लगा और चार माह पूर्व घर लौटा तो अपनी ससुराल में पत्नी व बच्चों के साथ रहने लगा। चारों बच्चे माया के साथ रहते थे। ससुराल वालों के अनुसार दिल्ली से लौटने के बाद विनोद अक्सर गुमसुम रहता था। सोमवार को दिन में माया ने पति से दांत में दर्द होने की बात कही। शाम करीब 4 बजे विनोद पत्नी को दवा दिलाने के लिए अपने पहली पत्नी के तीनों बच्चों को साथ लेकर भदुली बाजार जाने की बात कह ससुराल से निकला था। इस बीच विनोद ने पहली पत्नी के तीनों बच्चों को ठिकाने लगा देने की योजना बना ली और बहाने से देर शाम तक वह बाजार में ही रुका रहा।
शाम ढलने के बाद विनोद आटोरिक्शा पर सवार होकर पत्नी व बच्चों के साथ शिवली गांव से पहले तमसा नदी पर बने पुल के पास आटो से उतर गया।
पैदल रास्ते से कुछ दूर चलने के बाद विनोद अचानक अपने पुत्र जयकिशन पर हमलावर हो गया और उसे जमीन पर पटक कर गला दबाने लगा। पति की यह हरकत देख अवाक रही माया ने जब उसका विरोध किया तो उसने सभी को जान से मारने की धमकी दी। पति के इस बात से भयभीत माया ने तीनों बच्चों को कसम दिला कर पैदल ननिहाल भाग जाने को कहा। बच्चे तो वहां से भाग चले लेकिन नर पिशाच बन चुका विनोद माया की जान का दुश्मन बन गया। उसने गला घोट कर माया को मार डाला और फिर शव को तमसा नदी में फेंक दिया। इसके बाद विनोद तमसा नदी किनारे बैठ कर अनाप-शनाप बकने लगा।
उधर बच्चों ने ननिहाल पहुंचकर सारी बात अपने परिजनों से बताया। जानकारी के बाद परिजन तत्काल माया और उसके पति की तलाश में निकले तो विनोद नदी किनारे बैठा मिल गया। उसकी अजीबो-गरीब हरकत देख वहां पहुंचे लोग हतप्रभ रह गए। मौके से लापता माया की तलाश में लोग नदी में उतरे और कुछ देर बाद माया का शव बरामद कर लिया गया। मायके वालों ने विनोद को पुलिस की हवाले कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस मामले में मृतका के पिता पतिराज ने आरोपी विनोद के खिलाफ निजामाबाद थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।