आजमगढ़. जैसा की माना जा रहा था। समाजवादी पार्टी के घमासान का असर सपा के चुनावी अभियान पर पड़ ही गया। पिछले दिनों मचग घमासान के चलते पार्टी में जिस तरह से बगावत के सुर बुलंद हो गए हैं। उससे खुद मुलायम सिंह यादव भी घबराए हुए हैं। उन्होंने यूपी इलेक्शन के लिये चुनावी अभियान के आगाज को टाल दिया है। आजमगढ़ में होने वाली रैली रद्द कर दी गई है। आजमगढ़ में रैली छह अक्टूबर को होनी थी। आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष के यह बात तो मानी कि रैली रद्द कर दी गई है पर कोई ठोस वजह बताने से बचे।
पार्टी के सुत्रों की मानें तो जिले में युवा संगठनों ने चाचा-भतीजे के खेमों में बंटकर जिस तरह बगावती सुर छेड़े उससे समाजवादी पार्टी खौफजदा है। पार्टी नेताओं को अब इस बात का डर सताने लगा है कि कहीं आजमगढ़ में मुलायम सिंह यादव की रैली फ्लॉप शो न साबित हो। मायावती की विशाल रैली के बाद यदि सपा की रैली में जरा सी भी कसर रही तो इसका असर यूपी विधानसभा चुनावों के परिणाम को प्रभावित करेंगे।
याद रहे कि अभी दो दिन पहले ही आजमगढ़ में सपा के सभी चारों युवा संगठनों के अध्यक्षों ने इस्तीफा दिया था और मौजूदा हालात पर अपना विरोध भी दर्ज कराया था। ऐसे में यदि मुलायम सिंह यादव की रैली के दौरान फिर युवा संगठनों का जोश उबाल मार गया तो सब धरा रह जाएगा। बहुजन समाज पार्टी ने पहले ही शक्ति प्रदर्शन कर एक पैमाना तय कर दिया है। अब सपा को अपने चुनावी कैम्पेन का आगाज उस पैमाने से उपर रखना मजबूरी है।
समाजवादी पार्टी मुलायम के नाम पर जिले में भीड़ जुटाकर मायावती को कड़ा जवाब देने के मूड में थी। पर सपा के घमासान ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया। गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव आजमगढ़ के आईटीआई मैदान से छह अक्टूबर को अपनी चुनावी जनसभाओं का आगाज करने वाले थे। तैयारियां भी जोरों पर थी, पर घटनाक्रम और बगावती सुर को देखते हुए अब यह रैली रद्द कर दी गई है।