आजमगढ़. एक सप्ताह पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में मुबारकपुर थाना क्षेत्र के जमुड़ी गांव निवासी बबिता पुत्री रामफेर की मौत के बाद दफनाये गये शव को जिला प्रशासन की अनुमति से शुक्रवार को पुलिस ने कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बता दें कि बीते 26 नवम्बर को बबिता अपनी एक सहेली के साथ शाहगढ़ में आयोजित एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने की बात कह कर घर से निकली थी। रात के 9 बजे बबिता के एक पुरुष मित्र का फोन उसके पिता के मोबाइल पर आया जिसमें बताया गया कि बबिता कस्बा गांव स्थित रेलवे क्रासिंग के बगल में घायल व अचेत पड़ी है। सूचना के बाद परिजन मौके पर पहुंचे और बबिता को उपचारार्थ जिला महिला अस्पताल ले गये।
अस्पताल में चिकित्सकों ने बबिता को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन 27 नवम्बर को मृतका के शव को गांव की कब्रिस्तान में दफना दिया था। उसी दिन रात में रामफेर को उसकी पत्नी रमावती व बहनें परमी व धरमी ने बताया कि बबिता के शरीर पर चोट थे और गुप्तांग से रक्तस्राव हो रहा था। इसकी जानकारी होने पर रामफेर अगले दिन मुबारकपुर थाने में बलात्कार के बाद व हत्या कर देने की आशंका व्यक्त करते हुए पुत्री के शव को कब्र से निकलवाकर पोर्स्टमार्टम कराने के लिए तहरीर दी थी। मामले को संज्ञान में लेते हुए थाना कोतवाल संतलाल यादव ने एसडीएम सदर से शव को कब्र से निकलवाने के लिए अनुमति मांगी थी।
मामले की गंभीरता को देख जिला प्रशासन ने अनुमति प्रदान करते हुए नायब तहसीलदार मिट्ठूलाल को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी थी। शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे कब्रिस्तान से बबिता का शव निकालकर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया गया।