बड़वानी के राजघाट से शुरू की पंचक्रोशी यात्रा
– नर्मदा तट पर उमड़ा हजारों भक्तों का सैलाब-पांच दिवसीय पंचक्रोशी यात्रा प्रारंभ-धर्म ध्वजा पूजन के बाद राजघाट से मंडी में पहुंचे यात्री
Rajghat Panckroshi Barwani
बड़वानी. मां नर्मदा तट राजघाट से शुक्रवार सुबह धर्मध्वजा पूजन के बाद पांच दिवसीय पंचक्रोशी यात्रा का शुभारंभ प्रात:काल हुआ। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा स्नान और पूजन के बाद नर्मदे हर के जयघोष के साथ यात्रा शुरू की। मां नर्मदा तट से शुरू हुई यात्रा के बाद पंचक्रोशी पदयात्री शहर स्थित कृषि उपज मंडी पहुंचे। यहां पर मां नर्मदा भक्तों, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों ने पंचक्रोशी पद यात्रियों के स्वल्पाहार की व्यवस्था की। मंडी में आरती करने के बाद पदयात्री आगे के लिए रवाना हुए। पदयात्रा में आगे भक्त ध्वज थामे चल रहे थे। उनके पीछे पदयात्री महिला-पुरुष, युवा-बच्चों व वृद्धजनों का समूह भजन कीर्तन व नर्मदे हर के जयघोष करता चल रहा था। यात्रा का जगह-जगह संगठनों द्वारा यात्रियों का स्वागत-सत्कार हुआ। इस दौरान सेवाभावी लोगों द्वारा स्टॉल लगाकर चाय-पानी, खिचड़ी, फलाहार सामग्री वितरित की गई।
उत्तर तट धार जिले में होगा प्रवेश
राजघाट से शुरू हुई पंचक्रोशी यात्रा पहले दिन कल्याणपुरा मार्ग से जामदाबैड़ी होते हुए पाल्या बसाहट पहुंची। यात्रा संचालक शंकरलाल यादव, शोमेश्वर पुरोहित, शंकरसिंह कौचे ने बताया कि शनिवार सुबह सोंदूल पुनर्वास मार्ग से होते हुए भवती, अमलाली पहुचंगे। वहां से नाव के माध्यम से नर्मदाजी की पार कर धार जिले के डेहर में प्रवेश करेंगे। वहां से चंदनखेड़ी होते हुए रात्रि विश्राम भंवरिया में होगा। तीसरे दिन यात्रा कटनेरा के गेबीनाथ मठ से होते हुए कोटेश्वर में स्नान कर अखंड रामधुन कल्पतरु आश्रम में विश्राम करेंगे। चौथे दिन यात्रा बाजरीखेड़ा, खापरखेड़ा, चिखल्दा, बडग़ांव, सोडल बाबा मंदिर से मलवाड़ा आएगी। अंतिम दिन 13 दिसंबर को यात्रा का समापन राजघाट पहुंचकर पूजन के बाद किया जाएगा।