बहराइच. यूपी के लगभग 1 लाख 7८ हजार शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन किये जाने वाले फैसले के विरोध में आये सुप्रिम कोर्ट के ताज़ा फरमान से नाराज सूबे का शिक्षामित्र संघ केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ लामबंद होकर जमकर विरोध प्रदर्शन पर उतारू नजर आ रहा है। इसी कड़ी में सीमावर्ती जिले बहराइच के हजारों शिक्षामित्रों ने डीएम कार्यालय पर घण्टों नारेबाजी कर एएच 28सी हाइवे को जाम कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को भीषण जाम को खुलवाने में पसीने छूटने लगे।
आक्रोशित शिक्षामित्रों ने सरकार को सचेत करते हुए कहा कि जीने का अधिकार दो या फिर गोली मार दो, योगी मोदी ध्यान दो जीने का अधिकार दो, जैसे नारों को बुलन्द कर रोड जाम कर अपना विरोध जाहिर किया। आप को बता दें कि यूपी की पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार ने पूरे प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति का तोहफा दिया था। जिसके विरोध में बी.एड और टीईटी परीक्षा पास कुछ अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में चले गए थे, जिसमें इलाहबाद हाईकोर्ट ने शिक्षामित्रों की नियुक्ति को असंवैधानिक करार देते हुए भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया था।
चूंकि ये मामला पूर्ववर्ती सपा सरकार के वोट बैंक से जुड़ा हुआ मामला था। तो सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की अपील अर्जी के तौर पर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी, लेकिन वहां से आये ताज़ा फैसले से भी अब शिक्षामित्रों को निराशा ही हाथ लगी है। बीते मंगलवार को अपने फैसले में शिक्षामित्रों को टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद ही सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति का आदेश दिया गया है।
वहीं उन्हें दो मौके भी देने की बात कोर्ट ने कही है। अपनी रोजी रोटी पर संकट देख शिक्षामित्र संघ भी अब सड़कों पर उतर आये हैं और योगी सरकार पर दबाब बनाने के लिए तरह-तरह के धरना प्रदर्शन का सिलसिला शुरू कर दिया है। बहराइच जिले के हजारों शिक्षामित्रों ने अपनी बहाली की मांग के लिए सड़क जाम कर जमकर उग्र प्रदर्शन किया।