25 दिनों से मटमैला पानी पी रहे ग्रामीण
बालाघाटPublished: Sep 04, 2016 11:45:00 pm
क्षेत्र के ग्राम बम्हनी के निवासी पिछले 25 दिनों से मटमैला पानी पीने के
लिए विवश हैं। शिकायत के बावजूद स्थानीय निकाय इसे गम्भीरता से नहीं ले रहा
है।
बालाघाट/कटंगी. क्षेत्र के ग्राम बम्हनी के निवासी पिछले 25 दिनों से मटमैला पानी पीने के लिए विवश हैं। शिकायत के बावजूद स्थानीय निकाय इसे गम्भीरता से नहीं ले रहा है और समस्या जस की तस बनी हुई है। जबकि यहां पर लाखों रुपए की लागत से नल-जल योजना शुरू की गई है, लेकिन इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। गांव की आबादी 2700 है।
ग्रामीणों के अनुसार बीते 25 दिनों से नलों में दूषित पानी आ रहा है। इसकी शिकायत पंचायत प्रतिनिधियों से की जा चुकी है। इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। यहां दूषित पानी पीने से अब तक लगभग एक दर्जन लोग बीमार हो चुके हैं। जिनका तुमसर, नागपुर और स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है। ग्रामीणों ने समस्या का शीघ्र समाधान करने की मांग की है।
सभी वार्डों में बनी है समस्या
बम्हनी में मटमैले पानी की सप्लाई की समस्या किसी एक वार्ड की नहीं बल्कि पूरे गांव की है। इससे स्पष्ट होता है कि पंचायत द्वारा पानी को बगैर फिल्टर किए ही उसकी आपूर्ति की जा रही है। सरपंच का कहना है कि पानी की आपूर्ति ग्रामीणों को पीने के लिए नहीं बल्कि अन्य उपयोग के लिए की जा रही है। ग्रामीण भावेश चोपकर, शैलेन्द्र जामुनकर, शब्बीर शेख, अय्युब भाई, श्यामकिशोर तिबोड़े, मिलिंद भारतकर, आशना नेवारे, प्रवीण साकरे सहित अन्य ने बताया कि गांव में नल-जल योजना ही पेयजल का मुख्य स्त्रोत है। अभी बारिश का सीजन है, ऐसे में गंदा पानी आने के कारण कई प्रकार की बीमारियों की आशंका बनी हुई है। गांव में पीने के पानी के अन्य साधन नहीं है। जिसकी वजह से दूर दराज के क्षेत्र से पेयजल लाना पड़ रहा है।
मुनादी करवा दी है
&नल-जल योजना के कूप में बारिश का पानी जमा हो गया है। जिसके कारण नलों में मटमैला पानी आ रहा है। पंचायत ने गांव में मुनादी करवा दी है कि कोई भी उस पानी का उपयोग पीने के लिए ना करें। दैनिक काम-काज के उपयोग के लिए सप्लाई किया जा रहा है।
-कंचना लांजेवार,
सरपंच, ग्राम पंचायत बम्हनी