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बालाघाट

वन्यजीवों पर मंडरा रहा खतरा, जाने क्यों

जिले में अब वन्य जीवों पर खतरा मंडरा रहा है। आए दिन वन्य जीवों पर श्वान हमला कर रहे हैं।

बालाघाटJul 18, 2017 / 09:10 pm

Bhaneshwar sakure

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बालाघाट. जिले में अब वन्य जीवों पर खतरा मंडरा रहा है। आए दिन वन्य जीवों पर श्वान हमला कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला लांजी क्षेत्र में नजर आया। हालांकि, वन विभाग ने मंगलवार को कुत्तों के हमले से घायल चीतल की जान बचा ली। दरअसल, कुत्तों के हमले से चीतल के घायल होने की सूचना वन विभाग को मिली थी। जिसके आधार पर वन अमला मौके पर पहुंचा। घायल चीतल को पशु चिकित्सालय लाया। जहां उसका उपचार कर चीतल की जान बचाई।
रिसेवाड़ा बीट पर किया था हमला
जानकारी के अनुसार वन परिक्षेत्र लांजी अंतर्गत रिसेवाड़ा बीट में वन्यप्राणी नर चीतल उम्र लगभग 6 वर्ष पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। चीतल के शरीर पर अनेक स्थानों में घाव कर दिए थे। 
ग्रामीणों द्वारा दी गई सूचना
आसपास के ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा कुत्तों को भगाकर चीतल की जान बचाई गई। उसे उपचार के लिए लांजी स्थित पशु चिकित्सालय ले जाया गया। लेकिन लांजी में पशु चिकित्सक के नहीं होने की स्थिति में वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा गंभीर रूप से घायल चीतल को किरनापुर स्थित पशु चिकित्सालय लाया गया। 
पशु चिकित्सकों ने किया उपचार
पशु चिकित्सक डॉ. मिनेश मेश्राम, डॉ.अजय पांचे, लक्ष्मीनारायण उके, नेहरू चौहान, दुर्गाप्रसाद पांचे द्वारा घायल चीतल का उपचार किया गया। घायल चीतल की हालत सुधरते तक उसे वनविभाग की निगरानी में लांजी कार्यालय में रखा गया है। जहां उसका नियमित उपचार कराया जाएगा। पूर्ण रुप से स्वस्थ्य होने के बाद ही उसे जंगल में छोड़ा जाएगा। 
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