मंदिरों में की जा रही आकर्षक लाइटिंग, कालीपाट मंदिर में स्थापित किए जाएंगे सात सौ मनोकामना ज्योतिकलश
बालाघाट. पितृ मोक्ष अमावस्या पर शुक्रवार को अपने बुजुर्गों की मृत आत्मा की शांति के लिए तर्पण किया गया। श्रद्धालुओं ने अपने पितरों की आत्मशांति के लिए उनके नाम से ब्राह्मणों को दान देकर भोजन भी कराया गया। 15 दिनों तक चलने वाले इस श्राद्ध कार्यक्रम का अंतिम दिन शुक्रवार को रहा। वहीं दूसरे दिन से शारदेय नवरात्र प्रारंभ हो जाएगा।
जगत जननी मां भवानी की पूजा आराधना का पर्व शारदेय नवरात्र शनिवार से प्रारंभ हो रहा है। देवीमंदिरों में ज्वारे व कलश स्थापना के लिए व्यापक तैयारी कर ली गई है। वहीं सार्वजनिक दुर्गा उत्सव समिति के पदाधिकारियों ने प्रतिमा स्थापना के लिए आर्कषक पंडाल तैयार किए हैं। मूर्तिकारों द्वारा मातारानी की प्रतिमा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। दूरांचल क्षेत्रों में जाने वाली प्रतिमाएं गुरुवार को ही अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गई। मंदिरों को रंग-बिरंगी लाईटिंग से सजावट की गई है।
कलश स्थापना आज
नगर के कालीपाट मंदिर में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी जवारे व कलश स्थापित किया जाएगा। इस वर्ष सात सौ ज्योति कलशों की स्थापना की जाएगी इसमें 550 तेल व 150 घी के कलश स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा जयस्तंभ चौक स्थित त्रिपुर सुंदरी मंदिर, वहीं गायत्री मंदिर में भी तेल व घी कलश जलाए जाएंगे। कलश स्थापना को लेकर तैयारियां कर ली गई है।