बाल श्रम को रोकने आगे आए सामाजिक संगठन
बालाघाटPublished: Sep 24, 2016 08:44:00 pm
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के स्थापना दिवस पर 24 सितम्बर को बाल श्रम
एवं बाल अधिकार पर जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
बालाघाट. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के स्थापना दिवस पर 24 सितम्बर को बाल श्रम एवं बाल अधिकार पर जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया था। मप्र मानव अधिकार आयोग की ओर से आयोजित इस कार्यशाला में श्रम विभाग एवं महिला सशक्तिकरण विभाग की योजनाओं की जानकारी दी गई।
शहर के शासकीय एमएलबी स्कूल के सभागर में कलेक्टर भरत यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में नपा अध्यक्ष अनिल धुवारे विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम में ऋषभ वैद्य, रवेल सिंह गांधी, संयुक्त कलेक्टर मेहताब सिंह, आयोग मित्र प्रो एमएम अली, फिरोजा खान, डीईओ एसपी लाल, महिला सशक्तिकरण अधिकारी मनोज अहिरवार, प्राचार्य अश्विनी उपाध्याय, श्रम विभाग के अधिकारी, विद्यालय की छात्राएं एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता उपस्थित थी।
बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन
कलेक्टर यादव ने अपने संबोधन में कहा कि मानव अधिकारों की रक्षा के लिए मानव अधिकार आयोग बनाया गया है। समाज के हर नागरिक के अपने कत्र्तव्य होते हंै, लेकिन साथ ही उसके कुछ अधिकार भी होते हंै। मानव के अधिकारों के संरक्षण के लिए ही यह आयोग बनाया गया है। बालश्रम कराना एक तरह से बच्चों के अधिकारों को उल्लंघन ही है। शासकीय अमले के साथ ही सामाजिक संस्थाओं को बाल श्रम को रोकने के लिए आगे आना चाहिए।
योजनाओं की दी जानकारी
कार्यशाला को नपा अध्यक्ष अनिल धुवारे ने भी संबोधित किया और कहा कि नगरीय क्षेत्र में बाल श्रम को रोकने के लिए श्रम विभाग के साथ मिलकर कारगर कदम उठाए जाएंगे। कार्यशाला में श्रम विभाग एवं महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं की जानकारी भी दी गई।