बालाघाट. बाघ का शिकार किए जाने के मामले की जांच कर रही टीम ने एक बार फिर 17 आरोपियों को रिमांड पर लिया है। इन आरोपियों को 22 तक रिमांड पर लिया गया है ताकि इस मामले में सूक्ष्मता से जांच हो सकें। साथ ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकें। इधर, इस मामले में सात आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
जानकारी के अनुसार कान्हा-पेंच कॉरिडोर के अंतर्गत कटंगी क्षेत्र के बीसापुर में शिकारियों द्वारा दो बाघ का शिकार किया गया था। इस मामले में वन विभाग, एसटीएफ भोपाल की टीम ने जांच शुरू की है जिसमें अभी तक जांच टीम ने चालीस आरोपियों के खिलाफ नामजद प्रकरण पंजीबद्ध किया है। इन आरोपियों में से 33 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि सात आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं।
जांच के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने अलग-अलग स्थानों पर तीन बाघ और तीन तेंदुए का शिकार किए जाने की जानकारी दी थी। इतना ही नहीं इन आरोपियों के पास से जांच टीम ने बाघ के मूंछ के बाल, दांत, हड्डी सहित अन्य अवशेष भी जब्त किए थे। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था लेकिन जांच टीम ने एक बार फिर इन्हें रिमांड पर लिया है।
नए सिरे से होगी पूछताछ
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुन: रिमांड पर लिए गए 17 आरोपियों से जांच टीम नए सिरे से पूछताछ करेंगे। हालांकि, इन आरोपियों को पहले भी रिमांड पर लिया गया था। लेकिन कुछ और जानकारियां हासिल करने के लिए जांच टीम ने इन आरोपियों का रिमांड पर लिया है।
जगह-जगह दे रहे दबिश
इस मामले में फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वन अमला जगह-जगह दबिश दे रहा है। हालांकि, फरार चल रहे सात आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। माना जा रहा है कि मामले का खुलासा होने के बाद से ये आरोपी अंडरग्राउंड हो गए हैं।
इनका कहना है
इस प्रकरण में 17 आरोपियों को पुन: 22 तारीख तक रिमांड पर लिया गया है। इन आरोपियों से नए सिरे से पूछताछ की जाएगी।
एमबी सिरसैया, डीएम, लामता वनविकास निगम