बलरामपुर। 24 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का विगत दस दिनों से कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। कई दिनों तक कलेक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन कर रहीं आंगनबाड़ियों की सुध लेने कोई नहीं पहुंचा। प्रदर्शन के दौरान कई कार्यकत्रियां बीमार भी हुई। बावजूद इसके शासन प्रशासन के कानों पर जूं तक नही रेंगा। कार्यकत्रियों की नाराजगी दिन प्रतिदिन बढ़ती गई। जिसको लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आज प्रदेश के राज्यमंत्री के घर का घेराव कर प्रदर्शन किया।
24 सूत्रीय मांगों के लेकर प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रदेश के जन्तु उद्यान व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ एसपी यादव के घर का घेराव किया। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मंत्री के आवास पर जमकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मंत्री के आवास पर थाली चम्मच भी बजाएं गये। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने एक के बाद एक नारे लगाये तो वहीं मंत्री के लिए लगे नारों में नारा दिया गया कि, “हमारा मंत्री कैसा हो, घर में घुस कर बैठा हो।”
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आरोप है कि सरकार 2012 में किये गये वादों से मुकर रही है। एक घंटे तक सैकड़ो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मंत्री के आवास के घेरे रखा। कार्यकत्रियों की मुख्य मांग उन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित करने और मानदेय बढ़ाये जाने को लेकर है। मंत्री के आश्वासन के बाद कार्यकत्रियों ने मंत्री आवास पर प्रदर्शन खत्म दिया। कार्यकत्री सुनीता विश्वकर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ियों के साथ धोखा किया है। आंगनबाडियों को जितना वेतन दिया जाता है उससे ज्यादा तो मनरेगा मजदूर की होती है। ऐसे में अपना और अपने परिवार का पेट कैसे पाला जाये तो वहीं एक कार्यकत्री रमादेवी ने बताया कि आंगनबाड़ियों से हद से ज्यादा काम लिया जाता है या यू कहें के शोषण किया जाता है। सरकारी की सारी योजनाओं में कार्यकत्रियां को लगाया जाता है। यहां तक कि चुनाव में भी ड्यूटी लगाई जाती है।
प्रदेश सरकार के मंत्री डॉ एसपी यादव ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने ज्ञापन दिया है। इनकी मांगों को पत्र के माध्यम से और स्वत मिलकर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया जायेगा। निश्चित रूप से इनकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा।