बालोद.जिला अस्पताल बालोद में 7 साल के बच्चे ने दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत के बाद उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। जैसे ही जिला अस्पताल के चिकित्सक ने बच्चे की मौत होने की जानकारी दी, तो चीख-पुकार मच गई। अपने लाडले की मौत की खबर सुनकर मां चिकित्सक पर ही बिफर पड़ी। जानकारी अनुसार बच्चे का 5 दिनों तक निमोनिया व टाइफाइड का इलाज निजी
अस्पताल में कराया गया था, उसके बाद बच्चे की स्थिति नहीं संभलने पर जिला
अस्पताल लाया गया था।
5 दिनों तक कराया निजी अस्पताल में इलाज
ग्राम सिवनी निवासी बच्चे के पिता हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया 5 दिन पहले ही उनका 7 साल का बेटा नरेंद्र की तबीयत बिगड़ गई जिसे जिला मुख्यालय के निजी चिकित्सक के पास इलाज कराया जा रहा था। जानकारी दी गई कि उसे निमोनिया व टाइफाइड की शिकायत थी। फिर भी स्थिति नहीं संभली। इलाज किस तरह किया जा रहा है समझ नहीं आया, तो रविवार को निजी से छुट्टी करा कर घर ले गया।
बीमारी के साथ खून की कमी थी बच्चे में
जानकारी के मुताबिक नरेंद्र के शरीर में खून की कमी थी। बीमारी के कारण बच्चे की स्थिति गंभीर हो गई थी। माता-पिता का कहना है सही इलाज नहीं होने के कारण बच्चें की मौत हुई है। इलाज कराने सांकरी से जिला अस्पताल लाने से पहचे बच्चे को इलाज के लिए गांव केएक डॉक्टर के पास ले जा रहे थे पर गांव जाते ही बच्चे की तबीयत और बिगड़ गई। तत्काल संजीवनी 108 से जिला अस्पताल लाया जहां भर्ती के बाद चिकित्सकों ने लगभग 15 मिनट तक बच्चे की जांच की। उसके बाद परिजन को बच्चे की मौत होने की खबर दी। बच्चे की मौत की खबर के बाद मां ने जिला अस्पताल में ही निजी चिकित्सक पर जमकर भड़ास निकाली।