जगह-जगह दुर्गा पंडालों में माता दुर्गा, सरस्वती व काली की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इसके लिए कलाकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
बालोद. नवरात्र की तैयारी जिले के देवी मंदिरों व दुर्गा पंडालों में चल रही है। वहीं जिले के सबसे बड़े धार्मिक स्थल मां गंगा मैया सहित सिया देवी, कंकालिन व रानी माई आदि मन्दिरों में रंग-रोगन के साथ ज्योति स्थापना की तैयारी लगभग पूरी हो गई है।
गंगा मैया मंदिर में तैयारियां पूरी
वहीं हर बार की तरह इस बार भी गंगा मैया मन्दिर में पॉलीथिन पर रोक लगा दी गई है। श्रद्धालुओं के लिए पूजा सामग्री नारियल, अगरबत्ती, चुनरी के जाने के लिए कैरी बैग की व्यवस्था की गई है। मन्दिर परिसर में पूरी तरह पॉलीथिन पर रोक लगा दी गई है।
एक अक्टूबर से शुरू हो रही नवरात्र
एक अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रही है और जगह-जगह मन्दिरों में ज्योत जंवारा सहित मनोकामना ज्योति कलश स्थापना की जाएगी, तो जगह-जगह दुर्गा पंडालों में माता दुर्गा, सरस्वती व काली की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इसके लिए कलाकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
स्थापित होंगी दर्जन भर प्रतिमाएं
वहीं नगर के चण्डी मन्दिर, शीतला मन्दिर, दुर्गा मन्दिर, महामाया, ठाढ़ महामाया, कपिलेश्वर, मोखला मांझी व बंजारीधाम जुंगेरा में भी मनोकामना ज्योत जलाई जाएगी। यही नहीं दर्जन भर से अधिक दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी।
दे रहे दुर्गा प्रतिमाओं को अंतिम रूप
इधर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्गा उत्सव समितियों द्वारा माता दुर्गा को बिठाने के लिए कई विशाल व आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हंै। ऊंचे पंडाल बनाने की तैयारी में मन्दिर समिति के लोग लगे हुए हैं, तो कई जगह बाहर से भी पंडाल लगने वाले कलाकार आए हुए हैं।