फैशन बन गया है राष्ट्रवाद पर सवाल उठाना : शाह
बैंगलोरPublished: Aug 21, 2016 06:40:00 pm
आजादी 70 साल: याद करो कुर्बानीÓ कार्यक्रम
बेंगलूरु. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि आजकल राष्ट्रवाद पर सवाल उठाना एक फैशन बन गया है।
मेंगलूरु विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में आयोजित ‘आजादी 70 साल: याद करो कुर्बानीÓ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश विरोधी नारे लगाने को ना तो उचित ठहराया जा सकता है और ना ही ऐसे लोगों का बचाव किया जा सकता है। शाह ने कहा कि संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी देता है, देश विरोधी नारे लगाने का नहीं है। अभिव्यक्ति की आजादी हमें संविधान से मिली है और यह संविधान हजारों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी के बाद मिला है। देश की एकता को बनाए रखने के लिए राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना का होना जरूरी है।
बेंगलूरु में एमनेस्टी के कार्यक्रम में आजादी के नारे लगने की घटना का उल्लेख किए बिना शाह ने राज्य सरकार की आलोचना की। शाह ने लोगों से कहा कि उनलोगों को समाज में अलग-थलग कर दें जो अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश के खिलाफ बोलते हैं। शाह ने कहा कि अगर राष्ट्रवाद नहीं होगा तो कोई स्वतंत्रता नहीं होगी, जब स्वतंत्रता नहीं होगी तो फिर संविधान भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आप खुद को राष्ट्रवाद से अलग नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि आप दूसरों के सामने अपने विचार रखें, उसका स्वागत है लेकिन राष्ट्र विरोधी बातों को अभिव्यक्ति की आजादी का चोला नहीं पहनाया जा सकता है। उन्होंने राष्ट्रविरोधी बातें करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने पर बल दिया। शाह ने कहा कि तिरंगा यात्रा हमारे लिए कोई अनुष्ठान या सांकेतिक आयोजन नहीं है बल्कि आज की युवा पीढ़ी के बीच देशभक्ति व राष्ट्रीयता के प्रसार की प्रतिबद्धता है।
बाइक रैली का किया उद्घाटन
इससे पहले शाह ने पम्पवेल में बाइक रैली का उद्घाटन किया और स्थानीय संसाद नलिन कुमार कटील की बाइक की पिछली सीट तिरंगा थामकर बैठे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.एस. येड्डियूरप्पा भी एक पार्टी कार्यकर्ता की बाइक की पिछली सीट पर सवार होकर बाईक रैली में शामिल हुए। रैली में 400 से अधिक बाइक सवारों ने भाग लिया। शाह, कटील व येड्डियूरप्पा ने तो हेलमेट लगा रखे थे लेकिन अन्य प्रतिभागियों ने हेलमेट नहीं लगाए। शाह की अगुवाई में बाइक रैली उल्लाल पहुंची जहां उन्होंने 16 वीं शताब्दी में पुर्तगाली शासन के खिलाफ संघर्ष करने वाली रानी अब्बक्का को श्रद्धांजलि अर्पित की।इससे पहले सुबह अमित ने भाजपा जिला कार्यालय का दौरा किया और वहां पर रुद्राक्ष का पौधारोपण किया।
युवक कांग्रेस ने किया विरोध
इससे पहले शाह के मेंगलूरु दौरे के विरोध में सर्किट हाऊस के पास बड़ी संख्या में जुटे युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शाह व भाजपा को काले झंडे दिखाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं को सर्किट हाऊस से पहले ही रोक दिया। सर्किट हाऊस की तरफ जबरन बढऩे का प्रयास करने पर पुलिस ने 50 से अधिक युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। गोवा से रेलमार्ग से मेंगलूरु पहुंचने के बाद शाह शहर के सर्किट हाऊस में विश्राम के लिए ठहरे थे।