बेंगलूरु।सीआईडी पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक्स सामान कम कीमत पर बेचने की आड़ में ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सीआईडी के पुलिस महानिदेशक एच.सी.किशोर चंद्र ने मंगलवार को बतायाकि कोई भी चीज ऑनलाइन खरीदनी हो तो उस वेबसाइट की एसएसएल गारंटी की जानकारी होना जरूरी है वरना धोखा हो सकता है।
गत 13 जुलाई को एक व्यक्ति ने ऐसी ही धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की जांच कर सीआईडी पुलिस ने चार खतरनाक अपराधियों को गिरफ्तार किया। बेंगलूरु में झारखंड के
कपिल देव सुमन और सूरज कुमार को बेंगलूरु में गिरफ्तार किया गया। उनकी सूचना पर झारखंड में सुशील कुमार सुमंत और बिप्लव प्लैव कुमार को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी 600 से अधिक वेबसाइट बनाकर 30 हजार रुपए का फ्रिज केवल 3 हजार में, एक लाख रुपए का लैप टॉप केवल 8 हजार रुपए में देने के गूगल और फेसबुक में विज्ञापन देते थे। बड़ी संख्या में लोग ऑनलाइन खरीदी के लिए अपने बैंक खातों केविवरण देते थे। ग्राहकों के विवरण चुरा कर आरोपी उनके खातों से हजार, दो हजार रुपए निकालते थे। ग्राहकों को इसकी भनक तक नहीं मिलती थी। खातों से कम राशि निकालने के कारण ग्राहक इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे।
तीन दलों ने की कार्रवाई
मामले की जांच करने के लिए तीन विशेष दलों को गठित किया गया। एक दल को डिजिटल सबूत संग्रहित करने, दूसरे दल को बैंक खातों का विवरण संग्र्रहित करने और तीसरे दल को आरोपियों के मूल राज्य झारखंड भेजा गया। सीआईडी पुलिस पहुंचने से पहले दो अन्य आरोपी झारखंड से बोकारो फरार हो गए थे। वहां से फिर दोनों आरोपी रांची, बोधगया और पटना के लिए फरार हुए थे।
दोनों को झारखंड से ही गिरफ्तार कर 460 मोबाइल सिम कार्ड, 15 मोबाइल फोन, लैपटॉप, हार्डडिस्क, मेमोरी कार्ड, डेटा कार्ड, असली और नकली पहचान कार्ड और 16 हजार से अधिक बैंकों का विवरण प्राप्त जब्त किया गया, इससे बहुत से और खुलासे होने की संभावना है।
दो फीसदी ब्याज का दावा
चारों आरोपियों ने वेबसाइट पर निवेश करने वालों को हर माह दो फीसदी ब्याज देने का भी आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद रिमांड पर लेकर और पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगी किसी और ने इस तरहधोखा खाया है तो वह 080-22094507 या 9480800197 या ई-मेल ष्ष्श्चह्य.द्मड्डह्म्ञ्च द्दद्वड्डद्बद्य.ष्शद्व पर सूचना दे सकते हैं।
मिला 16000 बैंक खातों का विवरण
आरोपियों ने देश के16,000 बैंकों के खातों का विवरण रखा हुआ था। बेंगलूरु के एक व्यक्ति अजय सिंह ने साइबर अपराध पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसने खाते से रुपए नहीं निकाले, फिर भी एक बार पांच हजार और दूसरी बार दो हजार रुपए निकाले गए। जांच करने पर पता चला कि ऐडिया मनी और एसबीआई को अजयसिंह की राशि स्थानांतरित हुई थी। अजयसिंह का खाता एसबीएम जेपीनगर में था।
कपिल देव सुमन ने जाली दस्तावेज देकर अजय सिंह के नाम पर खाता खोला था। आरोपी को बैंक में रुपए निकालने के लिए आने पर गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ के बाद सूरज कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।