इस “गली” से तो नहीं टलेगा संकट!
बांसवाड़ाPublished: Jul 02, 2015 05:14:00 am
आखिरकार राज्य सरकार ने यहां
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर पदास्थापित दो
बांसवाड़ा।आखिरकार राज्य सरकार ने यहां मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर पदास्थापित दो अधिकारियों में से एक का तबादला कर विवाद का पटाक्षेप करने की पहल की , लेकिन उसके इस निर्णय से विवाद का हल निकल पाने की संभावना कम ही प्रतीत हो रही है।
विभाग की ओर से मंगलवार को जारी स्थानान्तरण सूची में सीएमएचओ डॉ. बी पी वर्मा का स्थानान्तरण महात्मा गांधी चिकित्सालय में एसएमओ के रिक्त पद पर किया गया है। गौरतलब है कि पूर्व में सीएमएचओ डॉ.एच एल ताबीयार का स्थानान्तरण सीएमएचओ से एमजीएच में एसएमओ पद पर किया था, जिसके खिलाफ वे ट्रिब्यूनल कोर्ट से स्टे ले आए थे।
इसके बाद वर्मा और ताबियार दोनों सीएमएचओ पद पर कार्यभार संभाले हुए थे और दोनों में खींचतान चलती रही। अब वर्मा की स्थिति ताबीयार जैसी हो गई है और वे अपने तबादले पर वही कदम उठा सकते हैं जो डा ताबीयार ने उठाया था, क्योंकि उनका तबादला भी राज्य सरकार ने एसएमओ पद पर किया है। वर्मा काफी वरिष्ठ हैं और अब तो सेवानिवृत्ति के निकट हैं। ऎसे में विवाद बने रहने के आसार हैं।
सीएमएचओ विवाद के अलावा अब एक नया विवाद और सामने आने के संभावना है।
इसी विभाग में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर पदस्थ डॉ. वी के जैन का स्थानन्तरण उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रतापगढ़ किया गया है। इस पर जैन ने भी ट्रिब्यूनल से स्टे ले लिया है एवं जयपुर कार्यालय में उपस्थिति दी है।
विभाग ने यहां अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर डॉ. रमेश शर्मा का स्थानान्तरण किया है। उन्होंने इस पद पर कार्यभार संभाल लिया है। अब स्टे के आधार पर जैन भी यहां अपनी उपस्थिति देंगे तो इस पद पर भी दो अधिकारी हो जाएंगे और नया विवाद खड़ा होगा।