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बारां

मौसमी बीमारियों की दस्तक

जिले में जनवरी-फरवरी माह में सक्रिय
रहे स्वाइन फ्लू के बाद अब डेंगू बुखार ने दस्तक दे दी है। इसके अलावा मलेरिया रोगी
भी सामने आ रहे हैं।

बारांApr 18, 2015 / 12:52 am

कमल राजपूत

बारां। जिले में जनवरी-फरवरी माह में सक्रिय रहे स्वाइन फ्लू के बाद अब डेंगू बुखार ने दस्तक दे दी है। इसके अलावा मलेरिया रोगी भी सामने आ रहे हैं। वैसे फिलहाल कुछ दिनों पहले डेंगू के दो संभावित रोगी ही सामने आए है, लेकिन करीब डेढ़ वर्ष पहले संभावित समेत करीब 754 डेंगू रोगी मिले थे। इस वर्ष भी मौसम में बदलाव व कूलर चालू होने के साथ ही संभावित रोगी सामने आने से डेंगू को लेकर सतर्कता बरतने की आवश्यकता जताई जा रही है। गत दिनों बारिश होने से यहां-वहां गड्ढों में भरे पानी में मच्छर पनप रहे हैं।

अधूरे संसाधनों से जंग
मच्छरों से निपटने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पास आधे-अधूरे संसाधन है। यहां दवाइयों की व्यवस्था तो है लेकिन कीट वैज्ञानिक (एंटोनोमोलोजिस्ट) का पद नहीं है, मलेरिया निरीक्षक का पद लम्बे समय से खाली पड़ा है। जिले में एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्यकर्मी भी गिनती के ही है।

डेंगू के साथ हावी रहा मलेरिया
वर्ष 2013 में शहर समेत जिले के 295 लोगों को जांच के बाद डेंगू बुखार होने की पुष्टि हुई थी। वहीं 459 को संभावित माना गया था। इसके अलावा करीब सात-आठ सौ संभावित रोगी सामने आए थे। वहीं एक विवाहिता समेत दो रोगियों की मृत्यु भी हो गई थी। इसके अलावा वर्ष 2013 में मलेरिया बुखार भी हावी रहा था। उस दौरान जिले में मलेरिया के करीब 902 रोगियों को जांच में मलेरिया होने की पुष्टि की गई थी। इसमें करीब सौ रोगी मलेरिया पीएफ पॉजीटिव पाए गए थे।

हुआ था सुधार
वर्ष 2014 में मलेरिया के करीब 711 रोगी चिन्हित हुए थे। इसमें 605 मलेरिया पीवी व 106 मलेरिया पीएफ पॉजीटिव रोगी थे। वहीं वर्ष 2013 में बड़ी संख्या में डेंगू रोगी मिलने के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से घर-घर सर्वे किए जाने, कूलर व पानी की टंकियों को खाली कराने एवं पायरेथ्रम का स्प्रे कर लोगों को जागरूक किए जाने के रचनात्मक परिणाम सामने आए थे। वर्ष 2013 में किए प्रयासों से वर्ष 2014 में जिले में मात्र नौ रोगी ही चिन्हित हुए थे।

बैठक में दिए निर्देश
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बृजेश गोयल ने बताया कि मौसमी बीमारियों को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। शुक्रवार को भी अन्ता व बारां ब्लॉक के अधिकारी कर्मचारियों की बैठक लेकर उन्हें एन्टी लार्वा गतिविधियां करने एवं लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई किए जाने के दिशा-निर्देश दिए गए है। इसके अलावा दो दिन से अधिक की छुट्टी जाने के लिए सीएमएचओ कार्यालय को सूचना देने के निर्देश भी दिए गए है।

कर रहे हैं तैयारी
जिले में डेंगू व मलेरिया जांच की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। डेंगू जांच कीट का प्रबंध कर लिया गया है। वहीं मौसमी बीमारियों को लेकर सभी ब्लॉक स्तर व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर दवाइयों का इंतजाम किया हुआ है। डॉ. शरद पारीक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
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