नोटबंदी की मार से बस्तर में घट रही विदेशी पर्यटकों की संख्या
बस्तरPublished: Dec 10, 2016 10:40:00 pm
500 और एक हजार के पुराने नोट बंद होने का असर आम लोगों को ही नहीं विदेशी पर्यटकों को भी पड़ रहा झेलना, अक्टूबर में 24 तो नवम्बर में सिर्फ 9 विदेशी पर्यटकों ने देखा बस्तर
impact of the closure of old
जगदलपुर. 500 और एक हजार के पुराने नोट बंद होने का असर आम लोगों को ही नहीं विदेशी पर्यटकों को भी झेलना पड़ रहा है। नोट बंद होने के बाद से पर्यटन मंडल के कार्यालय में कई विदेशी पूछताछ के लिए आ चुके हैं।
नोट बंदी के बाद से देशी और विदेशी पर्यटक बस्तर आने में भारी कमी आई है। गौरतलब है कि अक्टूबर से जनवरी तक बस्तर में पर्यटकों की संख्या चरम पर रहती है।
आंकड़ों की माने तो अक्टूबर में जहां 24 विदेशी पर्यटक और 13960 देशी पर्यटक आए थे, वहीं नवंबर में यह संख्या कम होकर 9 विदेशी और 9874 देशी पर्यटक तक सिमट गई। अक्टूबर और नवंबर और दिसंबर माह में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होता है।
फ्रांसीसी पर्यटक एडरिक ने बताया कि नोट बदलने की वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। मुझे सस्ते में रूम लेना पड़ा और रुपए बचाने पड़े। नोट बदलने के लिए पर्यटन मंडल के सहायता केंद्र गया था, वहां मुझे कहा गया कि रायपुर में ही हो पाएगा। इससे मुझे परेशानी हुई।
अभी और भी घूमने का प्लान बनाया था, लेकिन मेरे पास रुपए कम बचे हैं। वहीं पर्यटकों के कम होने को लेकर स्थानीय पर्यटन मंडल का कहना है कि बस्तर दशहरा के समय पर्यटकों की संख्या में ज्यादा इजाफा हो जाता है। इस वजह से भी कम हो सकते हैं।
पर्यटकों के लिए कोई सुविधा नही : पुराने नोट बंद होने के बाद से पर्यटकों को काफी दिक्कत हो रही है। नोट बदलने के लिए उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। सरकार की ओर से उनके लिए कोई उपयुक्त व्यवस्था नहीं की गई है। वहीं जिला प्रशासन ने भी अब तक कोई उपयुक्त कदम नहीं उठाए हैं।
तीन दिन बैंक बंद : अब आने वाले तीन दिनों में भी बैंक बंद रहेंगे, एक बार फिर से एटीएम में दबाव बढ़ जाएगा। शनिवार, रविवार, ईद ए मिलाद होने की वजह से अवकाश रहेगा। जिससे आम लोगों को फिर से एटीएम पर निर्भर रहना पड़ेगा।
शुब्धा चतुर्वेदी, पीआरओ, पर्यटन मंडल : हम केवल पर्यटकों को नोट बदलने के लिए सही राह दिखा सकते हैं। नोट तो बैंक में ही बदले जा सकेंगे। हमारा कार्य पर्यटन स्थलों व उपयुक्त होटलों की जानकारी देना है।