बस्ती. सीएम अखिलेश यादव सूबे में लोगों की समस्या के निदान को लेकर जिलाधिकारी को कई बार अहम निर्देश देते रहते हैं, मगर जिलाधिकारी सीएम के दिशा निर्देशों को दरकिनार कर अपनी मनमानी में जुटे हैं। फरियादी अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी के सामने गुहार लगाते रहते हैं, मगर शायद ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता। बस्ती जिले के डीएम नरेन्द्र कुमार पटेल की कार्यप्रणाली को लेकर आम जनता से सवाल खड़े किये हैं।
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दरअसल शहर में रहने वाली कुछ महिलायें डीएम से मिलकर अपनी फरियाद लगाने डीएम के दफ्तर पहुंची, जहां डीएम ने जब इन फरियादियो को अपने चैंबर में बुलाया तो वे इतनी संख्या में महिलाओ को देख आपा खो बैठे और उनके साथ बदतमीजी से पेश आये। इतना ही नहीं डीएम ने महिलाओं से यहां तक कह दिया कि केन्द्र में आपकी सरकार है तो आप उनके पास क्यों नहीं जाती, इसके बाद भी जब फरियादी डीएम से अपनी समस्या दूर करने पर अड़ गये तो जिलाधिकारी ने नायाब तरीका खोजा और कान में अंगुली डाल कर बैठ गये।
फरियादी जिलाधिकारी के सामने चिल्लाते रहे और डीएम साहब कान में अंगुली डालकर उन्हे नजर अंदाज करते रहे। इसके बाद डीएम ने मीडिया के कैमरे बंद करवाये और सभी महिलाओ को डांट डपट कर चैंबर से बाहर निकलवा दिया।
डीएम की बदतमीजी से आहत पीड़ित महिलाएं काफी गुस्से में दिखीं, महिलाओं ने आरोप लगाया कि डीएम से वे अपने मुहल्ले में नाली न होने की समस्या से अवगत कराकर उसे दुर करने के लिये पहुंची थी जहां डीएम ने उनकी एक न सुनीं
डीएम ने इन महिलाओं की फरियाद नहीं सुना और बेबस डीएम के प्रति मन में गुस्सा लेकर ये सभी पीड़ित वापस लौट गये। अब जनता से बदसलूकी करने वाले ऐसे बदतमीज डीएम के खिलाफ मुख्यमंत्री कोई कार्रवाई करते हैं या नहीं ये तो आने
वाला समय बतायेगा मगर इस वाकये के बाद फरियादियों के दिल में न्याय के उम्मीद पूरी तरह से समाप्त हो गई है।