त्वचा विशेषज्ञ और बाल एवं त्वचा संबंधी रोगों के उपचार केंद्र “मेडलिंक्स” के बाल प्रत्यारोपण सर्जन पंकज चतुर्वेदी ने तनाव से त्वचा और बालों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया।
पिंपल्स : हमारी त्वचा और मस्तिष्क का गहरा रिश्ता है। जिस क्षण तनाव वाले हार्मोन निकलते हैं, त्वचा में तेल की उत्पत्ति बढ़ जाती है, जिस वजह से मुंहासे होते हैं।
बुढ़ापा : तनाव या अवसाद ग्रस्त लोग आसानी से पकड़ में आ जाते हैं, क्योंकि झुर्रियां और काले घेरे जैसे बुढ़ापे के लक्षण उनके चेहरे पर उम्र से बहुत पहले ही दिखने शुरू हो जाते हैं।
बाल झड़ना : तनाव के चलते रक्त कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे बालों की जड़ों को अपने विकास के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन एवं अन्य जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते। अवसाद ग्रस्त लोग आमतौर पर पोषक तत्वों के अभाव में बाल गिरने की समस्या से जूझते हैं।
अवसाद या तनाव भगाने के उपाय-मसाज कराएं : यह आपके शरीर को आराम देने और अवरूद्ध ऊर्जा तंत्रिकाओं को खोलने में मदद करेगी।
एक्सरसाइज करें : कसरत आपको प्रेरित करती है और आपका मूड ठीक करती है। यह आपको ऊर्जावान बनाने में मदद करती है। व्यायाम स्वस्थ काया की कुंजी है।
रोजाना 15-20 मिनट ध्यान लगाएं : ध्यान सुविधानुसार किसी भी समय और जगह पर लगाया जा सकता है। एकांत में शांति से बैठकर आप अपने विचारों पर ध्यान दे सकते हैं। इससे तनाव भगाने में मदद होगी।
नियमित अंतराल पर पौष्टिक खाना खाएं : बादाम, जामुन और सैमन (मछली की किस्म) तनाव दूर करने में सहायक हैं।
आठ घंटे की नींद जरूरी : नींद की कमी से खीझ और चिड़चिड़ापन होता है। तनाव भगाने के लिए नींद से बेहतर कुछ नहीं हो सकता।