चहेतों की मौज, ग्रामीणों में रोष
भरतपुरPublished: Aug 27, 2015 10:26:00 pm
मा ध्यमिक शिक्षा में स्टॉफिंग पैटर्न
के फार्मूले को लेकर सरकार की ओर से बड़े स्तर पर की गई कवायद का
मा ध्यमिक शिक्षा में स्टॉफिंग पैटर्न के फार्मूले को लेकर सरकार की ओर से बड़े स्तर पर की गई कवायद का सही मायने में लाभ नहीं मिल रहा। बिना ठोस नीति के शिक्षकों को इधर-उधर लगाने के लिए दो माह में दर्जनों लिस्ट जारी हो गई, बावजूद इसके स्कूलोें में शिक्षकों की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
हालात यह है कि इस बार सत्र खुलने के साथ ही स्कूलों में तालाबंदी का शुरू हुआ सिलसिला अब तक अनवरत जारी है। वहीं शिक्षक इस प्रणाली से बचने के लिए जोड़तोड़ में लगे हैं।
एक हजार शिक्षक इधर-उधर
स्कूलों में शिक्षकों की तय मापदण्ड यानी स्टॉफिंग पैटर्न को आधार बनाते हुए इस बार शैक्षणिक सत्र (26 जून) प्रारम्भ होने के साथ ही शिक्षकों को इधर-उधर लगाने को लेकर अब तक दर्जनों सूचियां निकाली चुकी है। यह सिलसिला अब भी जारी है। इन सूचियों में जिलेभर में करीब 1000 से अधिक शिक्षक, प्रधानाध्यापक, प्रिंसिपल, व्याख्याता को इधर-उधर कर दिया गया। इसके बाद भी स्कूलों की जमीनी हालात पर ज्यादा बदलाव नजर नहीं आया है।
हालात में नहीं ज्यादा बदलाव
जानकारों की मानें तो इस बार बड़े स्तर पर फेरबदल किया गया, इसके बाद भी स्कूलों में शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यार्थियों के हालात में ज्यादा बदलाव नहीं आ सका है। शिक्षकों की मांग को लेकर चल रही तालाबंदी को देखकर हालात का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है।
फार्मूले पर नहीं, चहेतों पर ध्यान
जानकारों की मानें तो स्टॉफिंग पैटर्न का फार्मूला सही है, लेकिन इसकी व्यवहारिक रूप से पालना के मामले में स्पष्ट गाइड लाइन नहीं अपनाने के चलते पूरी कवायद पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शिक्षा वर्ग में विभिन्न स्तरों पर हुए स्थानांतरण को देखें तो व्यवस्था को सुधारने के बजाए चहेतों को निहाल करने पर ज्यादा जोर दिया गया। यही कारण है कि कई स्कूल जहां आज भी शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं, वहीं कई स्कूल ऎसे भी हैं जहां एक ही विषय के दो-दो अध्यापक कार्यरत हैं।
यहां हुई तालाबंदी
9 जुलाई को नगर के उडकी दल्ला गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में तालाबंदी।
10 जुलाई को उ“ौन के भैसा स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में तालाबंदी।
11 जुलाई को नदबई के गांव माझी में ग्रामीणों ने की तालाबंदी
22 जुलाई को रूपवास के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
में तालाबंदी।
25 जुलाई को बयाना क्षेत्र के खरैरी के राउमावि में तालाबंदी।
25 जुलाई को बयाना के धाधरैन स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में तालाबंदी।
28 जुलाई को सीकरी के जलालपुर गांव के राउमावि में तालाबंदी।
6 अगस्त को राजकीय उच्च माध्यमकि विद्यालय रॉफ में तालाबंदी।
7 अगस्त राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दांतलौठी मे तालाबंदी।
11 अगस्त राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुंदरावली में तालाबंदी।
19 अगस्त राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धानौता में तालाबंदी।
19 अगस्त राजकीय माध्यमिक विद्यालय भैसा में तालाबंदी।
27 अगस्त रूपवास के दौरदा गांव में राजकीय आदर्श उमावि
में तालाबंदी।
जितेन्द्र तिवारी