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भीलवाड़ा

स्वच्छ भीलवाड़ा का सपना अभी अधूरा

ग्रीन-क्लीन वस्त्रनगरी के
दावों की हवा तो शहरी विकास मंत्रालय की स्वच्छता अभियान के तहत जारी रैकिंग से
निकल गई

भीलवाड़ाAug 25, 2015 / 05:16 am

शंकर शर्मा

Bhilwara photo

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भीलवाड़ा। ग्रीन-क्लीन वस्त्रनगरी के दावों की हवा तो शहरी विकास मंत्रालय की स्वच्छता अभियान के तहत जारी रैकिंग से निकल गई। देश के 470 शहरों में से 442वां एवं प्रदेश के 28 शहरों में से 25 स्थान हासिल होने से स्वच्छता के दावों की हकीकत जगजाहिर हो गई। नगर परिष्ाद के नए बोर्ड के सामने इन कागजी दावों से हकीकत में तब्दील करने की चुनौती है। स्वच्छता अभियान शुरू होने के 10 माह बाद शहर की स्थिति नहीं सुधर पाई है।

लागू नहींं हुआ ठोस कचरा प्रबंधन
शहर की सफाई का जिम्मा 945 कर्मचारियों पर है। इसके बाद भी शहर की सफाई नहीं हो पा रही है। नगर परिषद ठोस कचरा प्रबन्धन योजना को भी लागू नहीं कर पा रही है। सरकार ने इसके लिए पहले अपने स्तर पर टेण्डर जारी किए थे, लेकिन किसी ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था। अब सरकार ने इसे स्थानीय स्तर पर टेण्डर करने की सहमति तो दी है, लेकिन अभी नगर परिष्ाद स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। इसके चलते भी शहर की सफाई योजनाबद्ध तरीके से नहीं हो पा रही है।

नहीं हो रहा कचरा संग्रहण
नगर परिषद की शहर में कचरा संग्रहण योजना केवल कागजों में ही चल रही है। कहने को यह योजना शहर के 35 वार्डों में चल रही है, लेकिन रिक्शे कहीं नजर नहीं आते है। शहर के मुख्य बाजार को छोड़ कर अन्य बाजारों में भी अब तक कचरा पात्र नहीं लग पाए हैं। ऎसे में व्यापारियों को मजबूरन कचरा सड़क पर ही फेंकना पड़ रहा है। शहर की कई कॉलोनियों में भी कचरा पात्रों का अभाव है। सफाई कर्मचारी भी कचरा स्टेण्ड पर कचरा छोड़ चले जाते है। ऎसे में स्वच्छन्द विचरण करने वाले मवेशी इसे पुन: सड़क पर फैला देते हैं।

समय पर नहीं उठता कचरा
शहर के कचरा स्टैण्डों से भी समय रहते कचरा उठाया नहीं जाता है। इसके अलावा कई कचरा स्टैण्ड तो मात्र 50 से 100 मीटर की दूरी पर ही स्थापित कर रखे है। शहर के मुख्य मार्ग पर प्रताप टॉकिज क्षेत्र में दूध डेयरी के पास कचरा स्टैण्ड है। ऎसे में दूध लेने आने वालों को परेशानी होती है। यह स्थिति शहर के कई हिस्सों में देखने को मिल सकती है। नालियों की भी समय रहते सफाई नहीं होती है।

पानी निकासी की योजना नहीं
शहर की कई सड़कों पर जल भराव की समस्या है। कई क्षेत्रों में गंदगी का बड़ा कारण पानी निकासी सही नहीं होना है। परिषद वर्षो से योजना बनाने में लगी है, लेकिन अभी तक लोगों को राहत नहीं मिली है। रोडवेज बस स्टैण्ड, श्रीगेस्ट हाउस के आस-पास, बालाजी मार्केट सहित शहर की कई गलियों में ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं है।

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