भीलवाड़ा. कांवाखेड़ा के जगजीवन राम नगर पार्क के पास गुरुवार को भारी पुलिस जाप्ते के साथ पहुंचे अधिकारियों को देख कर आसपास में रहने वाले असमंजस में पड़ गए। बाद में बैंक की ओर से छह मकानों को सीज करने की कार्रवाई शुरू होने पर उन्होंने राहत की सांस ली। नागौरी गार्डन स्थित बैंक ऑफ बडौदा के सहायक महाप्रबन्धक शरद मौर्य ने बताया कि अटल ब्रदर्स के निदेशक नवनीत अटल ने अपनी फर्म के लिए 52 लाख का ऋण लिया था।
इसके लिए कांवाखेड़ा स्थित छह मकानों को गिरवी रखा था। लम्बे समय तक बैंक की किस्तें जमा हो रही थी। पिछले दो साल से खाता गैर निष्पादित परसम्पत्ति (एनपीए) होने से यह राशि 80 लाख तक पहुंच गई। बैंक ने अटल को कई नोटिस जारी करने के बाद भी राशि जमा नहीं कराने पर मकान की कुर्की वारंट जारी किया गया। इसके बारे में जिला प्रशासन को अवगत करवाते हुए पुलिस की मदद मांगी गई।
उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई का पहले कुछ लोगों ने विरोध भी किया था, लेकिन पुलिस की मदद से लोगों को पीछे हटना पड़ा। भारी पुलिस बल के मौके पर पहुंचने पर आस-पास के लोग यह समझ नहीं पाए कि आखिर इतना जाप्ता क्यों आया है। उन्हें मकान सीज करने की कार्रवाई का पता तो भीड़ छंटने लगी।