भीलवाड़ा। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी
मंत्री किरण माहेश्वरी ने शनिवार को कलक्ट्रेट में चम्बल पेयजल परियोजना तथा विभाग
के अधिकारियों की साढ़े तीन घंटे तक क्लास ली। उन्होंने जिले में पेयजल को लेकर
स्थिति की समीक्षा करते हुए न केवल अधिकारियों की खिंचाई की, बल्कि इस मामले में
गंभीरता नहीं दिखाने वाले अधिकारियों का ठौर बदलने की चेतावनी तक दी।
मैराथन बैठक के दौरान माहेश्वरी ने चम्बल पेयजल परियोजना का कार्य
निर्घारित समयावधि में पूरा हो, इसके लिए अधिकारियों को पाबंद किया। बैठक में मुख्य
सचेतक कालूलाल गुर्जर, विधायक रामलाल गुर्जर, कीर्ति कुमारी व डॉ.बी.आर. चौधरी,
जिला प्रमुख पीरचंद सिंघवी तथा प्रमुख शासन सचिव (जन स्वास्थ्य) ओमप्रकाश सैनी,
जिला कलक्टर डॉ. रवि कुमार सुरपुर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा, नगर
परिष्ाद सभापति अनिल बल्दवा, भाजपा जिलाध्यक्ष एवं प्रधान शिवजीराम मीणा व चीफ
इंजीनियर (जनस्वास्थ्य) बन्नेसिंह मौजूद थे। बैठक में माहेश्वरी ने चम्बल पेयजल
परियोजना के चारों पैकेज के मौजूदा निर्माण कार्य की जानकारी ली। इस दौरान
अधिकारियों ने कई स्थानों पर भूमि आवंटित नहीं होने या विभागीय स्तर पर मंजूरी नहीं
मिलने की पीड़ा बयां की।
अधिकारियों का कहना था कि शहर में भूमि आवंटन व रोड कटिंग
को लेकर नगर विकास न्यास व नगर परिष्ाद एक- दूसरे का कार्य क्षेत्र बताते हुए
टाल-मटोल कर रहे हैं। नगरपरिष्ाद सभापति अनिल बल्दवा व न्यास सचिव प्रदीप सांगावत
ने आरोपों को खारिज करते हुए विभागीय स्थिति स्पष्ट की। इस पर मंत्री माहेश्वरी ने
कहा कि अधिकारी भूमि की चिंता छोड़ दें, वह नगरीय विकास विभाग से बात कर लेंगी।
फिलहाल आवंटन की प्रक्रिया जल्द हो और पन्द्रह दिन में रिपोर्ट पेश करें। अधिकारी
पाइप लाइन लाने और पंपिंग स्टेशन के कार्य को जल्द शुरू करें। जिला कलक्टर ने
स्पष्ट किया कि राजस्व विभाग परियोजना को 147 स्थलों के लिए नि:शुल्क भूमि दे चुका
है।
सहजता से नहीं लें पेयजल संकट को
माहेश्वरी ने अधिकारियों से कहा कि वे
पानी की समस्या को सहजता से नहीं लें। वे प्रभावित क्षेत्रों में आपूर्ति के दौरान
जाएं और यह जानें कि कहां पर पानी प्रेशर से नहीं आ रहा है और कहां नहीं। लोगों से
मिल कर उनकी परेशानी दूर करें। उन्होंने कहा कि आला अधिकारी सप्ताह में तीन दिन
क्षेत्र में मौजूद रहे। मुख्य सचेतक गुर्जर ने जनता जल योजना से जुड़े 46 लाख रूपए
के बिजली बिलों का भुगतान लम्बित होने पर नाराजगी जताई।
हटा दें
ठेकेदार
विधायक कीर्ति कुमारी ने बिजौलिया क्षेत्र में पर्याप्त पानी होने के
बावजूद ठेकेदार की मनमानी से जलापूर्ति गड़बड़ाने की शिकायत की। इस पर मंत्री एवं
प्रमुख शासन सचिव सैनी ने अधीक्षण अभियंता आर.के. ओझा को कहा कि वे तुरंत ठेकेदार
को हटा दें। ओझा ने चार दिन में नई व्यवस्था करने का भरोसा दिलाया।
कमेटी का गठन
हो
चम्बल जल वितरण के लिए विधायक गुर्जर ने ग्राम पंचायत स्तर पर कमेटी गठित
करने की बात कही। उन्होेंने कहा कि वितरण व्यवस्था में पारदर्शिता बनी रहे, इसके
सदस्यों का चयन राजनीति से परे हो। बैठक में प्रधान कमलेश चौधरी व आशा बैरवा ने भी
अपने-अपने क्षेत्र की स्थिति की जानकारी दी।
जल्द मिलेंगे जेईएन
अधीक्षण
अभियंता ओझा ने जिले की पेयजल वितरण व्यवस्था से मंत्री को अवगत करवाते हुए कनिष्ठ
अभियंता की कमी होने की बात कही। इस पर माहेश्वरी ने बताया कि अगले माह सरकार 1824
कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्ति कर रही है।
वापस पुरानी ठौर भेज दें
शाहपुरा
प्रधान गोपाल गुर्जर ने क्षेत्र में जनता जल योजना एवं अन्य कई योजनाओं का कार्य
अधूरा होने की बात कही। इस पर मंत्री ने शाहपुरा अधिशासी अभियंता ताराचंद से जवाब
मांगा। संतोष्ाप्रद जवाब नहीं मिलने पर मंत्री ने कहा कि जहां से आए, दोबारा वहीं
(श्रीगंगानगर) भेज दें। विधायक कीर्ति कुमारी ने पहली बारिश में ही चांदजी की खेड़ी
में पाइप लाइन के बाहर निकल आने की बात कही। मंत्री ने सम्बन्घित अधिकारी की खिंचाई
करते हुए गुणवत्ता जांच की बात कही। प्रमुख शासन सचिव सैनी ने परियोजना के तहत
बिछाई जा रही पाइप लाइन में गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं करने की सलाह
दी।
ओलावृष्टि की ली जानकारी
कलक्टर सुरपुर ने ओलावृष्टि प्रभावितों को बांटी
सहायता राशि की जानकारी दी। उन्होंने पशु चिकित्सा शिविर व गो अनुदान तथा अन्य
प्रयासों से मंत्री को अवगत कराया।
संगठन के जाने हाल
मंत्री माहेश्वरी ने
भाजपा जिलाध्यक्ष शिवजीराम मीणा, महामंत्री प्रशांत मेवाड़ा, उपाध्यक्ष उम्मेदसिंह
राठौड़, लादूलाल तेली, ललिता समदानी, प्रवक्ता योगेन्द्रसिंह राणावत, भाजयुमो नगर
अध्यक्ष नंदकिशोर राजपुरोहित, आजाद शर्मा, सुरेन्द्र सिंह मोटरास के साथ संगठनात्मक
गतिविधियों पर चर्चा की।
मंत्री ने ये दिए निर्देश
पाइप लाइन बिछाने के
लिए खोदी गई सड़कों की मरम्मत सही तरीके से हो।
चम्बल परियोजना की मुख्य पाइप
लाइन गांव या मोहल्ले के बाहर तक लाने के बजाय भीतरी हिस्से तक पहुंचाई
जाए।
पाइप लाइन कहां से कहां तक जाएगी, इसका नक्शा बनाया जाए।
खराब हैंडपम्प
जल्द दुरूस्त करो और नए हैण्डपम्पों के प्रस्ताव भेजो।
ठेकेदार पाइप लाइन बिछाने
के दौरान गली-मोहल्ले में लोगों से चर्चा करें और फिर सड़कें खोदे।
अजमेर
डिस्कॉम पेयजल सप्लाई के लिए मांग के अनुरूप फीडर स्थापित करते हुए पोल
लगाए।
चम्बल परियोजना को समयबद्ध पूरा करने के लिए काम को गति दें।
परियोजना
में बाधक (होटल, फैक्ट्री, भवन की दीवारें व अवैध निर्माण) हटाए।
परियोजना
क्षेत्र की ड्राईंग व डिजायन के प्रस्ताव पन्द्रह दिन में जारी करें।
जिले में
पेयजल संकटग्रस्त क्षेत्र में एक मई से टैंकर के जरिए जल वितरण किया
जाए।
हैंडपम्प मिस्त्री की कमी को देखते हुए युवाओं को प्रशिक्षित करें।-
टंकियों की जांच करते हुए उनमें पानी भरें, क्षतिग्रस्त टंकियों को दुरूस्त
कराएं।
बजट की कोई कमी नहीं, अधिकारी जनता को पानी पिलाए।