भीलवाड़ा। रमजान का महिना होने के बावजूद
कपड़ा बाजार में सुस्ती छाई हुई है। इसके चलते सल्जर लूमों पर कपड़े बनाने की दरों
में भारी कमी आ गई है। हालांकि अत्याधुनिक एयरजेट व रेपियर मशीनों की दरों में
मामूली तेजी है। व्यापारियों का मानना है कि दुर्गा पूजा के बाद ही कपड़ा बाजार में
तेजी आने की संभावना है।
कपड़ा व्यापारियों की मानें तो मानसून आने के साथ
ही कपड़ा बाजार में मंदी छा जाती है, लेकिन इस बार रेडिमेड गारमेंट में तेजी बनी
हुई है। ईद पर रेडिमेड गारमेन्ट की ही खरीदारी को देखते हुए व्यापारी डेनिम कपड़ा
बनवा रहे हैं।
व्यापारियों का रूझान एयरजेट पर
कपड़ा बाजार में सुस्ती से
सल्जर लूम पर कपड़ा बनाने की दर मात्र 9 से 10 पैसा प्रति पीक चल रही है, वहीं
अत्याधुनिक एयरजेट व रेपियर लूम पर जॉब पर कपड़ा की दर 20 से 26 पैसा प्रति पीक बनी
हुई है। इसके पीछे मुख्य कारण डेनिम कपड़े का उत्पादन होना माना जा रहा है। कपड़ा
व्यापारी भी सल्जर मशीनों के बजाय एयरजेट व रेपियर लूम लाना पसंद कर रहे हैं,
क्योंकि इन मशीनों पर केन्द्र सरकार अनुदान दे रही है और टेक्नोलोजी अपग्रेडशन फण्ड
योजना (टफ) में ब्याज में 5 प्रतिशत की छूट है। साथ ही इन मशीनों पर बड़ी कम्पनियां
भी जॉब पर कपड़ा बनवा रही है। भीलवाड़ा में अहमदाबाद, मुम्बई तथा राजस्थान के
नीमराना का कपड़ा बन रहा है।
इन दिनों रेडिमेड गारमेन्ट की ग्राहकी चल रही है।
बाजार में फैंन्सी कपड़े पर थोड़ा ब्ा्रेक लग गया है। हालांकि मानसून के बाद दुर्गा
पूजा पर कपड़ा बाजार में फिर से तेजी आने की संभावना है।
अतुल शर्मा,
उपाध्यक्ष, भीलवाड़ा टेक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन