भीलवाड़ा। चम्बल पेयजल परियोजना का पानी
भीलवाड़ा शहर को चार माह के बाद यानी अगस्त में मिलना शुरू हो जाएगा। जिले के अन्य
क्षेत्रों को अगले वष्ाü अगस्त में पानी मिल पाएगा।
यह भरोसा जनस्वास्थ्य
एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने शनिवार शाम कलक्ट्रेट में पत्रकारों से
बातचीत के दौरान दिलाया। जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक के बाद
उन्होंने चम्बल पेयजल परियोजना में हो रही देरी के सवाल पर कहा कि कांग्रेस सरकार
ने मात्र योजना का खांका तैयार कर लोगों को सपना दिखा दिया था। कांग्रेस शासन में
केवल 175 करोड़ रूपए ही योजना पर खर्च हुए, जबकि हम पन्द्रह माह में 665 करोड़ रूपए
खर्च कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि परियोजना को लेकर बजट की कोई कमी नहीं है।
परियोजना का पानी जिले को जल्द मिल सकें, इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा
रहे हैं। परियोजना से जुड़े जिलों में बैठक कर समस्याओं को स्थानीय स्तर पर दूर
किया जा रहा है।
माहेश्वरी ने स्पष्ट किया कि परियोजना की क्रियान्वति के प्रति
कोई लापरवाही विभागीय स्तर पर नहीं बरती जा रही है। जिन क्षेत्रों में परियोजना का
कार्य ठीक नहीं रहा, उस क्षेत्र के ठेकेदार तक को बदला गया है। जिले में पेयजल संकट
से निपटने की तैयारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं को एक-एक
करोड़ रूपए का अतिरिक्त बजट आगामी गर्मी में पेयजल संकट की संभावना को देखते हुए
दिए है। यह राशि मासिक होगी। इससे पेयजल संकट प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल की
पुख्ता व्यवस्था की जा सकेगी।