बाल संरक्षण विभाग व क्राईम ब्रांच की टीम ने की छापेमारी, 7 नाबालिग बच्चों को छुड़वाया
भिवानी।भिवानी में आज बाल सरंक्षण अधिकारी व क्राईम ब्रांच की सयुंक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर एक माईनर पर चल रहे काम पर छापेमार कार्यवाही की। इस दौरान वहां काम कर रहे सात नाबालिग बच्चों केा विभाग की टीम ने आजाद करवाया। ये नाबालिग बच्चे काम करवाने के उद्देश्य से बिहार से लाए गए थे तथा इनसे प्रतिदिन 9 से दस घंटो तक काम लिया जाता था।
बाल सरंक्षण विभाग को आज एक वकील ने गुप्त सूचना दी थी कि मुढ़ाल में एक माईनर पर काम चल रहा हेै। यहां नाबालिग छोटे छोटे बच्चो से काम लिया जा रहा है। सूचना मिलते ही बाल संरक्षण अधिकारी रितू ने क्राईम ब्रांच को एक पत्र लिखा तथा क्राईम ब्राच की टीम ओर बाल सरंक्षण अधिकारी चाईल्ड वेल्फेयर के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि छोटे छोटे बच्चे माईनर पर काम कर रहे थे।
बच्चों से 9 से दस घंटे काम लिया
उन बच्चों से माईनर पर काम करवाने के बाद ठेकेदार अपने ही पास रख लेते थे तथा उन्हें कहीं आने जाने भी नही दिया जाता था। इस तरह एक बधुंबा मजदूर की तरह बच्चों से काम लिया जा रहा था।बच्चों ने बताया कि उनसे 9 से दस घंटे तक काम लिया जाता था। प्रतिदिन काम करने के बाद उन्हें तीन सौं रुपए दिए जाते थे। वे मूल रुप से बिहार के रहने वाले है तथा यहां पर उन्हें लाया गया था।
बाल सरंक्षण अधिकारी रितू ने बताया कि शिकायत मिलते ही उन्होंने तुंरत का्रईम बांच की टीम के साथ छापेमार कार्यवाही की ओर वहां से 7 बच्चों को मुढाल के पास माईनर पर चल रहे काम से आजाद करवाया है। उनका कहना है कि बच्चो का बचपन उनसे छीना जा रहा था। आरोपी ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की सिफारिश की गई हैे।
मामले बारे बाल सरंक्षण विभाग की चेयरमैन राजबाला ने बताया कि विभाग का पत्र मिला है तथा वे कार्यवाही कर रहे है।