स्वर्ण जयंती पर उखाड़े गए अखाड़े को अनदेखा कर रहे अधिकारी
भिवानीPublished: Jan 03, 2017 10:56:00 am
हुडा विभाग के अधिकारियों ने दुबारा से बनाने का किया था वायदा, पहलवानों ने अपने खर्च पर बनवाया था अखाड़ा
गुरुग्राम। हरियाणा की स्वर्ण जयंती पर गुरुग्राम के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित किए गए भव्य समारोह की तैयारियों के दौरान यहां से उखाड़े गए अखाड़े के प्रति अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। जिस अखाड़े को पहलवानों ने अपने खर्च पर शेड आदि लगवाकर बनवाया था, उसे चंद समय में उखाड़ तो दिया, लेकिन उसके दुबारा से निर्माण को लेकर कुछ नहीं हो रहा।
खिलाडिय़ों को शिकायत है कि इस अखाड़े को पीएम मोदी के कार्यक्रम का नाम लेकर तो उखाड़ा गया था, लेकिन उसे अब बनाया नहीं जा रहा। यहां अभ्यास को आने वाले पहलवानों का दंगल इसी कारण यहां नजर नहीं आ रहा। कुश्ती के खेल में अपनी झंडा बुलंद करने वाले पहलवानों को और भी आगे जाने के लिए यहां अभ्यास जरूरी है, लेकिन अखाड़े के उखाड़ दिए जाने के बाद यहां पहलवान अभ्यास नहीं कर पा रहे। दो महीने से वे इंतजार कर रहे हैं कि कब अखाड़ा बनाया जाएगा। इसके निर्माण को लेकर वे प्रशासन के चक्कर भी लगा रहे हैं। खास बात यह है कि पहलवानों ने इसे अपने ही खर्च से बनवाया था। यहां अभ्यास करने आने वाले पहलवान अमित के मुताबिक अखाड़े पर टीन का शेड भी बनवाया गया था। उसे यहां से उखाड़ दिया गया है।
दो लाख रुपयों में तैयार हुआ था अखाड़ा
यहां आने वाले पहलवानों के अनुसार इस अखाड़े को बनाने में दो लाख रुपए खर्च किए गए थे। इसकी मिट्टी में 20 लीटर के 20 कैन सरसों का तेल और दो बोरे हल्दी के डाले गए थे। एेसा इसलिए कि खिलाडिय़ों को अभ्यास के दौरान चोट कम लगे। अगर लगे तो वह हल्दी और तेल से जल्द ठीक हो जाए। पीएम के समारोह के चलते अखाड़े पर की गई मेहनत और उस पर किया गया खर्च दोनों ही बेकार गए। पहलवानों ने उपायुक्त टीएल सत्यप्रकाश से मुलाकात कर अपनी बात रखी। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इसे जल्द ही बनवा दिया जाएगा।