बढ़ती टेक्नोलॉजी और सोशल नेटवर्किंग के क्रेज ने
बच्चों को लैटर राइटिंग से दूर कर दिया है। गिने-चुने लोगों के अलावा अब
कोई भी लैटर नहीं लिखता।
बढ़ती टेक्नोलॉजी और सोशल नेटवर्किंग के क्रेज ने बच्चों को लैटर राइटिंग से दूर कर दिया है। गिने-चुने लोगों के अलावा अब कोई भी लैटर नहीं लिखता।
खासकर बच्चे लैटर की उपयोगिता से अनजान हैं। एेसे में बच्चों को लैटर राइटिंग से जोडऩे और इसकी उपयोगिता बताने के लिए हर साल पोस्टल मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन एंड आईटी डिपार्टमेंट की ओर से लैटर राइटिंग कॉम्पीटिशन आयोजित किया जाता है।
हाल ही सीबीएसई ने सभी स्कूलों के लिए ’45 यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) लैटर राइटिंग कॉम्पीटिशन 2016′ का नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके तहत स्कूलों में लैटर राइटिंग कॉम्पीटिशन आयोजित किया जाएगा। यह रहेगी थीम
इस बार कॉम्पीटिशन की थीम ‘राइट अ लैटर टू योर 45 इयर ओल्ड सेल्फ…’ रखी गई है। बोर्ड से सम्बद्ध स्कूल्स 21 दिसम्बर से पहले अपनी एंट्री भेज सकते हैं।
कॉम्पीटिशन के तहत नेशनल लेवल पर तीन विनर्स को चुना जाएगा, जिन्हें गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिए जाएंगे।