भोपाल। नाम- अनम खान। उम्र-10 साल। 6 हजार मीटर रेस में दौड़ी। तीन-चार बार गिरी। लेकिन, कुछ कर गुजरने का सपना था। फिर उठी और एेसे दौड़ी की सबको अपने हौसलों और जुनून से चौंका दिया। वह रेस में फर्स्ट आई। लोगों ने उसे गोद में उठा लिया। ये कारनामा देखने को मिला फ्रीडम मिनी मैराथन रेस में।
दौड़ में अच्छे अच्छों के पसीने छूटने लगते हैं। लेकिन, अनम खान ने इस आजादी की दौड़ को जीतकर एक मिसाल कायम की है। यह रेस 70वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित की गई थी। इसमें 100 से ज्यादा प्रतिभागियों के अलावा सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद थे।
रेस के दौरान अनम गिरी भी। लोगों ने उसे दौडऩे से रोकना चाहा। लेकिन, उसकी जिद थी कि वह छह हजार मीटर की रेस को पूरा करेगी। उसके इस हौसले को देख हर कोई अचंभित था।
25 किमी दौडऩा है सपना
अनम के पिता शमीम बताते हैं कि एक उसमें खेल के प्रति जुनून सवार है। वह एक महान एथलीट बनान चाहती है। अमन का लक्ष्य 25 किमी की रेस को पूरा करना है। इसके लिए वह सुभाष नगर फाटक स्थित क्रिसमस स्पोट्र्स क्लब में कोच सुधीर प्रसाद के मार्गदर्शन में अपनी प्रतिभा को निखार रही है।