सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से बानसूर की ग्राम पंचायत माजरा अहीर में निर्माणाधीन गौरव पथ का सोमवार को जिला प्रमुख रेखा राजू यादव ने निरीक्षण किया।
इस दौरान गौरवपथ की लम्बाई एक किलोमीटर से कम मिली। साथ ही गौरवपथ के दोनों ओर नाली निर्माण भी नहीं हुआ था। इस पर जिला प्रमुख ने विभाग के सहायक अभियंता को निर्धारित समयावधि में यह कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
जिला प्रमुख के अनुसार माजरा अहीर के ग्रामीणों ने गत दिनों गांव में निर्माणाधीन गौरव पथ में धांधली की शिकायत की थी। इस पर सोमवार को वे बानसूर विधायक शकुन्तला रावत के साथ मौके पर पहुंची और पथ का निरीक्षण किया।
जिला प्रमुख के अनुसार गांव में विभाग के अधिकारियों ने पुरानी सड़क पर ही गौरव पथ बना दिया। पुरानी सड़क को खोदने की जहमत तक नहीं उठाई।
इसका नतीजा यह हुआ कि गौरवपथ की ऊंचाई काफी अधिक हो गई। इससे गांव में पानी भरने का खतरा बना गया। इसके अलावा गौरवपथ के आस-पास की गलियों में भी सीसी सड़क मिली।
ग्रामीणों का आरोप था कि सानिवि अधिकारियों ने मिलीभगत कर गौरवपथ की लम्बाई तो कम कर दी। इसकी जगह अपने चहेतों के घरों के आगे सीसी सड़क बना दी। हालांकि मौके पर मौजूद विभाग के अधिकारियों ने इससे इनकार किया।
रेखा राजू यादव जिला प्रमुख अलवर ने बताया कि गौरवपथ के निरीक्षण में कई खामियां मिली हैं। इनमें सुधार के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान गौरवपथ का कार्य अधूरा मिला। कार्य पूरा होने पर फिर निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान खामियां मिली तो मामले से सरकार को अवगत कराया जाएगा।
सुनील शर्मा सहायक अभियंता सानिवि बानसूर ने बताया किहमने जिस सड़क पर गौरवपथ बनाया। वह सड़क काफी पुरानी व क्षतिग्रस्त थी। गांव में गौरवपथ थोड़ा छोटा रहेगा। इसका कारण बजट का अभाव है। दरअसल, हमें इसी बजट में सड़क के दोनों ओर नालियां भी बनवानी है।
रोहिताश्व शर्मा पूर्व विधायक बानसूर ने बताया कि माजरा अहीर गांव में गौरव पथ को लेकर राजनीति की जा रही है। जो कि ठीक नहीं है। रही, गौरवपथ से गांव में पानी भरने की बात तो जब नालियां बन जाएंगी तो पानी स्वत: ही नालियों से गुजर जाएगा।