नागपुर से आए भू वैज्ञानिकों के दल ने पहले तो मौके पर जाने से इनकार कर दिया, पर ग्रामीणों ने जोर डाला तो वे मौके पर गए।
भोपाल। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के एक गांव में इन दिनों दहशत का माहौल है। यहां जमीन के नीचे पिछले 21 दिन से धमाके हो रहे हैं। ये धमाके इतने तेज हैं कि जमीन पर खड़े लोगों को आसानी से महसूस हो रहे हैं। इनकी आवाज भी ऊपर तक सुनाई दे रही है। आखिर जमीन के नीचे चल रही इस हलचल का पता चल भू-वैज्ञानिकों को चला तो नागपुर से वैज्ञानिकों की एक टीम ने गांव में डेरा डाल लिया, पर वैज्ञानिक भी हैरान हैं कि आखिर ये धमाके हो क्यों रहे हैं?
ऐसे सामने आया मामला
राजगढ़ जिले के मांग्याखेड़ी गांव में 6 सितंबर को जगदीश राजपूत ने बताया कि उसके खेत व आसपास की जमीन के अंदर हलचल हो रही है। धमाकों की आवाज आ रही है। तहसीलदार समेत पूरा प्रशासनिक अमला जब मौके पर पहुंचा तो जमीन के नीचे से भारी हलचल की आवाज सुनाई दी। तभी अचानक एक धमाका हुआ, जिसके बाद तहसीलदार ने भू वैज्ञानिकों को बुलाने का फैसला लिया।
वैज्ञानिकों ने भी सुनी आवाज
नागपुर से आए भू वैज्ञानिकों के दल ने पहले तो मौके पर जाने से इनकार कर दिया, पर ग्रामीणों ने जोर डाला तो वे मौके पर गए। वरिष्ठ भू वैज्ञानिक डॉ. मुकेश वर्मा, भूपेंद्र उरगुड़े पूरे अमले के साथ पहुंचे। वैज्ञानिक जब मौके पर पहुंचे तो वहां एक धमाका हुआ। हालांकि वैज्ञानिकों ने कहा कि एक माह में सबकुछ ठीक हो जाएगा। आप लोग चिंता नहीं करें। हमारी बहुत बड़ी मशीन नागपुर में लगी हुई है, जो सारी जानकारी दे देगी। हम तो बुलाने पर मौका देखने आए थे।
डर के साये में जी रहे
ग्रामीण जगदीश राजपूत ने बताया कि 14 सितंबर दोपहर दो बजे उसने धमाके की आवाज सुनी। देवीसिंह भिलाला ने कंपन की बात कहते हुए कांच की बरनी गिरने की बात कही। ग्रामीण भागीरथ और अशोक सेन ने बताया कि छह सितंबर से ऐसी हलचल हो रही। डर की वजह से सोयाबीन काटने वाले मजदूर भी भाग गए। आप मौके पर चलकर देखें।