प्रशिक्षण देने रिजर्व बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी विशेष तौर पर आए थे
भोपाल। नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोकस कैशलेस व्यवस्था पर है। मध्यप्रदेश में भी इसके लिए काम शुरू हो गया है। इसी कड़ी में गुरुवार को मध्यप्रदेश विधानसभा सभाग्रह में विधायकों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। इसका विषय ‘कालेधन की व्यवस्था को समाप्त करने के लिए कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने संबंधी प्रशिक्षणÓ था। प्रशिक्षण देने रिजर्व बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी विशेष तौर पर आए थे। पर, इस ट्रेनिंग सेशन में विधायकों ने दिलचस्पी नहीं ली। सिर्फ 12 विधायक ही पहुंचे।
प्रशिक्षण के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा सहित राज्य सरकार के मंत्री जयंत मलैया, माया ङ्क्षसह और यशोधरा राजे सिंधिया सहित एक दर्जन विधायक शामिल हैं। इसमें कांग्रेस के विधायक भी थे।
मंत्री के सवालों से अधिकारी निरुत्तर
अफसरों ने प्रशिक्षण के बाद विधायकों से आग्रह किया वे सवाल पूछ सकते हैं। इस पर मंत्री सिंधिया ने हम लोगों ने थ्योरी तो बहुत पढ़ी है, हमें प्रक्टिकल करके बताया जाए। असल में अधिकारी प्रशिक्षण देने के लिए स्लाइड बनाकर लाए थे। मंत्री ने कहा कि मोबाइल में स्टार, हैश बटन इत्यादि की बात आप लोग कर रहे हैं तो यह तो बताएं कि स्टार, हैश इत्यादि मोबाइल में कहां होते हैं, एप कैसे डाउनलोड करते हैं।
इस पर अफसरों ने कहा मैं आपको मोबाइल पर बता देता हूं। इस पर मंत्री बोलीं, मुझे तो पता है, शायद से बहुत से लोगों को न पता हो, इसलिए आप स्क्रीन में ही बताएं। इस पर अफसर बंगले झांकने लगे। बोले मैडम हमारे पास यह स्लाइड नहीं हैं। मंत्री ने एक-एक बाद एक अन्य सवाल पूछना शुरू किए तो अफसर बोले सॉरी मैडम हम कल पूरी तैयारी से आएंगे। विधायकों को पूरी जानकारी सीडी में भी उपलब्ध करा दी जाएगी।