भोपाल. मध्य प्रदेश में किसी भी इमरजेंसी में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक लाने वाली जननी एक्सप्रेस फ़िलहाल काम नहीं करेगी। जननी एक्सप्रेस का कामकाज जिकित्जा हेल्थ केयर को देने के विरोध में मंगलवार को जननी एम्बुलेंस संचालक संघ ने काले झंडे लगाकर काम किया। मंगलवार से होने वाली हड़ताल को एक दिन आगे बढ़ाकर बुधवार को कर दिया। संघ का कहना है कि बुधवार शाम से पूरे प्रदेश में संचालित करीब 980 जननी का संचालन ठप कर दिया जाएगा।
संघ के अध्यक्ष दिपक डालमिया के अनुसार शासन को पिछले एक साल से कंपनी की करतूतों के बारे में जानकारी दी जा रही थी। शासन ने जांच का आश्वासन भी दिया था, लेकिन उन्हें इसका पता तब चला, जब शासन ने जिकित्जा का जनन एक्सप्रेस संचालन का ठेका दे दिया। तभी से संघ इसका विरोध कर रहा है। जिकित्जा ने संघ के सामने जो शर्तें रखी हैं, उससे संचालन से जुड़े करीब पंद्रह हजार लोग प्रभावित होंगे। जिलास्तर पर एकीकृत ठेका प्रणाली को बिना किसी कारण बंद किया जा रहा है। संघ का आरोप है कि जिकित्जा अपने वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी नहीं लगा रहा है। इससे वह मनमानी कर शासन से भुगतान प्राप्त कर लेगा।