इंदौर/भोपाल। 5वीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने आए उद्योगपति गोपीचंद हिन्दुजा अपने सादगी के लिए खासे चर्चाओं में है। उनकी सादगी देखकर सभी लोग हैरान है। 16 लाख करोड़ रुपए के टर्न ओवर वाले हिन्दुजा ग्रुप के गोपीचंद लग्जरी कारें छोड़ एक मित्र के साथ छोटी सी कार में पहुंचेंगे यह किसी ने सोचा भी नहीं था। और तो और उस कार का AC बंद करवाकर खिड़की की कांच इसलिए खुलवा दी कि वे ताजा हवा लेना चाहते थे।
छोटी-सी दुकान से खड़ा हुआ इतना बड़ा एंपायर
हिन्दुजा ग्रुप ब्रिटेन ही नहीं दुनिया के बड़े ग्रुप्स में शुमार है। इस ग्रुप के मालिकों के रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ब्रिटेन की महारानी एलीजाबेथ के बकिंघम पैलेस के पड़ोस में ही है इनका भी आलीशान महल। ब्रिटेन की संसद के पास इनकी लग्जरी होटल भी है।
(यह है ओल्ड वार रूम। जिसे हिन्दुजा ने हाल ही में खरीदा है।)
मारुति में बैठक आए होटल, बंद करा दिया AC
हिन्दुजा परिवार के पारिवारिक मित्र झमनानी परिवार इंदौर में ही रहता है। इस परिवार के ईश्वर झमनानी और पुष्पेंद्र झमनानी कहते हैं कि वे आम आदमी की तरह बेहद ही सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। शुक्रवार को भी जब वे एयरपोर्ट पर सरकारी गाड़ी आने का इंतजार कर रहे थे, गाड़ी के आने में देरी होने पर वे झमनानी परिवार की मारुति स्विफ्ट कार में ही बैठ गए और होटल आ गए। रास्ते में उन्होंने AC बंद करने का कहा और बोले कि खिड़की के कांच खोल दों, ताजी हवा आने दो। ऐसी से ज्यादा अच्छी होती है ताजी हवा।
(यह है हिन्दुजा के महल के भीतर का नजारा।)
हिन्दुजा के बारे में यह भी है खास
1. गोपीचंद लंदन के सबसे रईस और रसूखदार व्यक्ति हैं। 2. इनके ग्रुप का टर्न ओवर 16 लाख करोड़ रुपए है।
3. हिंदुजा हाल ही में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के दफ्तर की हैरिटेज बिल्डिंग को खरीदने के बाद सुर्खियों में आ गए थे। यह बिल्डिंग ओल्ड वार रूम के नाम से भी जानी जाती है।
4. इसी बिल्डिंग के जरिए चर्चिल ने द्वितीय विश्व यूद्ध की रणनीति बनाई थी।
5. यह बिल्डिंग यूनाइटेड किंगडम की संसद के पास है जो 5 लाख 80 हजार स्क्वेयर फीट में फैली हुई है।
6. हिंदुजा ने इस बिल्डिंग को 2400 करोड़ रुपए में खरीदा है।
7. यह बिल्डिंग 1906 में बनी थी और इसमें एक हजार कमरे हैं। माना जाता है कि इस इमारत के तलघर से संसद के केंद्रीय भवन तक जाने के लिए एक गुप्त सुरंग भी बनी हुई है।
8. हिन्दुजा ने महारानी एलिजाबेथ के बकिंघम पैलेस के पास में भी एक महल खरीदा था। यह महल 6 मंजिला है। जिसकी कीमत करीब 800 करोड़ रुपए है।
9. हिन्दूजा समूह के संस्थापक परमानंद हिन्दुजा थे। जो शिकारपुर में छोटी सी ड्रायफ्रूट की दुकान चलाते थे। 1910 में वे मुंबई आकर बस गए। यहां उन्होंने ड्राय फ्रूट, कारपेट और केसर का बिजनेस शुरू किया था।
10. 1915 में उन्होंने भारत से आगे बढ़ते हुए पहली बार ईरान के साथ बिजनेस शुरू किया। उन्होंने ईरान में कारोबार शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देगा और आज दुनिया के कई देशों में इनका कारोबार है।
(यह है हिन्दुजा का निवास और लग्जरी कारों की कतारें।)