भोपाल। लंबे समय से सरकारी विभागों के चक्कर काट रही मेट्रो रेल की फाइल आखिर अपने अंतिम मुकाम पर पहुंच ही गई। अगले पांच साल बाद मध्यप्रदेश के दो प्रमुख शहर भोपाल और इंदौर में मेट्रो ट्रेन दौडऩे लगेगी। मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में भोपाल के दो और इंदौर के एक मेट्रो रूट को मंजूरी दे दी गई। इन तीन रूट पर मेट्रो ट्रैक बिछाने और रेल दौड़ाने में 14500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। कैबिनेट ने इस प्रोजेक्ट की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। सरकार का दावा है कि 2017 में तीनों रूट पर काम शुरू हो जाएगा और 2022 तक इन शहरों में मेट्रो रेल दौडऩे लगेगी।
href="http://www.patrika.com/news/b hopal/saif-ali-khan-and- <a href=" http:="" target="_blank" rel="noopener">kareena-kapoor-baby-taimoor- relation-with-bhopal-1473562/” target=”_blank”>MUST READ: ये हैं सैफ-करीना के बेटे तैमून की परदारी, पाकिस्तान से भी इनका नाता
सरकारी कर्मचारियों का डीए बढ़ा
कैबिनेट ने मप्र के 6.5 लाख सरकारी कर्मचारियों को तोहफा दिया। कैबिनेट ने 7 फीसदी महंगाई भत्ता यानि डियरनेस अलाउंस को मंजूरी दे दी। अब इन कर्मचारियों का डीए 132 फीसदी हो जाएगा। सरकार के इस फैसले से राजकोष पर एक हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ बढऩे का अनुमान है। कर्मचारियों को बढ़ा हुआ डीए 1 जुलाई 2016 से दिया जाएगा। ये राशि एरियर के माध्यम से मिलेगी। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार राज्य के आईएएस अफसरों को डीए बढ़ाकर देने का ऐलान एक सप्ताह पहले ही कर चुकी है।
href="https://goo.gl/oMJTAO" target="_blank" rel="noopener">ALSO READ: नोटबंदी: MP में 8 महीने पहले ही शुरू हो गई थी तैयारी, पढ़ें ये चौंकाने वाली रिपोर्ट..
इन रूट पर चलेगी मेट्रो
– भोपाल में करोंद से एम्स हॉस्पिटल के बीच 14.99 किमी का मेट्रो ट्रैक बिछाया जाएगा।
– भोपाल में ही दूसरा ट्रैक भदभदा से रत्नागिरी के बीच 12.88 किमी रूट पर बिछाया जाएगा।
– इंदौर में राजवाड़ा से लेकर निनौरा के बीच 31.55 किमी रूट पर मेट्रो ट्रैक बिछाया जाएगा।
href="http://www.patrika.com/news/b hopal/interesting-mystry-of-this -mountain-in-madhya-pradesh- 1471459/" target="_blank" rel="noopener">ALSO READ: इस पहाड़ी से गायब हो गई थी बारात, आज भी ये रहस्य बनी है वो रात
सरकार के सामने चुनौती
– मेट्रो रेल का काम शुरू करने के पहले सरकार के सामने कई तरह की चुनौतियां हैं।
– भोपाल, इंदौर में जिन रूट पर मेट्रो ट्रेन चलनी हैं, वहां की आबादी को शिफ्ट करना पड़ेगा।
– भोपाल के इन दो रूट पर करीब डेढ़ लाख की आबादी बसी है। ज्यादातर झुग्गी झोपडिय़ां हैं, जिन्हें शिफ्ट करना टेड़ी खीर है।
– इंदौर में राजवाड़ा सबसे व्यस्त क्षेत्र है। मेट्रो के काम के लिए राजवाड़ा के आसपास डिपो बनाने और सड़कों के चौड़ीकरण काम भी होना है।
– राजवाड़ा में आबादी को शिफ्ट करने का बड़ा चैलेंज है।
href="http://www.patrika.com/news/b hopal/careful-on-facebook- never-share-these-5-things-on- social-media-1471230/" target="_blank" rel="noopener">ALSO READ: फेसबुक पर क्या करें और क्या न करें, बचने के लिए पढ़े ये 5 FACT
भोपाल में ऐसी होगी ट्रेन
राजधानी में मेट्रो रेल का सपना सबसे पहले करोंद से एम्स वाले हिस्से में पूरा होगा। करीब 14.99 किमी लंबे इस एलीवेटेड रूट पर मेट्रो ट्रेन करीब 28.22 मिनट में 12 स्टेशन क्रॉस करेगी। भोपाल में ऐसे कुल सात रूट तैयार किए जाने हैं, लेकिन जमीन की आसान उपलब्धता के चलते पहले इस हिस्से पर काम शुरू होने की संभावना है। यहां बीआरटीएस के ऊपर एलीवेटेड खंभों के जरिए मेट्रो रेल का ट्रैक तैयार किया जाएगा। इस पर मेट्रो की अनुमानित लागत 250 करोड़ प्रति किमी आंकी गई है।
href="http://www.patrika.com/news/b hopal/demonetisation-income- tax-department-found-big-black -money-in-bhopal-coperative- bank-1469933/" target="_blank" rel="noopener">ALSO READ: इस बैंक में छिपे हैं कई राज, फंस सकते हैं एमपी के बड़े नेता
भोपाल के ये हैं प्रस्तावित मेट्रो रूट
कहां से कहां और कितने वक्त में दौड़ेगी मेट्रो
रूट दूरी (किमी) समय (मिनट)
बैरागढ़-अवधपुरी 20.67 42.76
करोंद-एम्स 14.99 28.22
भौंरी-बसंत कुंज 21.64 39.95
एयरपोर्ट-बसंत कुंज 18.56 36.39
अशोका गार्डन-मदर टेरेसा स्कूल19.05 34.32
भदभदा-रत्नागिरी भेल 12.34 23.80
मंडीदीप-हबीबगंज 15.6 23.28
href="http://www.patrika.com/news/b hopal/soon-bsnl-new-offer-to- be-announce-for-4g-users-to- fight-with-jio-1469722/" target="_blank" rel="noopener">ALSO READ: आने वाला है BSNL का ये धमाकेदार ऑफर, निकल जाएगी JIO की हवा
एम्स से करोंद 12 स्टेशन
इस रूट पर 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इनमें एम्स के बाद हबीबगंज, मानसरोवर कॉम्पलेक्स, बोर्ड ऑफिस, सुभाष नगर, बोगदा पुल, भारत टॉकीज, रेलवे स्टेशन, नादरा, पीरगेट, लालघाटी और करोंद शामिल हैं।