हाल ही में लॉन्च हुए शो लाइफ का रिचार्ज भी लोगों के लिए इसी तरह एलओएल साथ लाया है। इसमें सोशल मीडिया से घिरी लोगों की लाइफ को दिखाया जा रहा है।
भोपाल। सोशल मीडिया लोगों की जिन्दगी का एक एेसा हिस्सा बन चुका है। जहां लोग अपनी खुशियों के साथ गम को भी एक्सप्रेस करते हैं। सोशल मीडिया अब जहां लोगों का दोस्त और हमदर्द बन चुका है, वहीं उनकी हैप्पीनेस को बढ़ाने वाला रिचार्ज भी बन गया है। हाल ही में लॉन्च हुए शो लाइफ का रिचार्ज भी लोगों के लिए इसी तरह एलओएल साथ लाया है। इसमें सोशल मीडिया से घिरी लोगों की लाइफ को दिखाया जा रहा है।
हैप्पी फीलिंग
शहर में लोगों से जब सोशल मीडिया के जरिए हैप्पी फीलिंग आने के बारे में बात कही गई तो उनका कहना था कि सोशल मीडिया का दायरा असीमित है।
हैशटैग, दोस्तों को टैग करना, फीलिंग इन डिफरेंट मूड, सेल्फी, ग्रुफी और वीडियो सेल्फी जैसे ट्रेंड ने कई बदलाव लाए, जाो कि लाइफ को एंटरटेंमेंट और हैप्पी रिजार्च करने के ऑप्शन बन चुके हैं।
लोगों की जिन्दगी का इम्र्पोटेंट पार्ट
कनेक्टिविटी के लिए डिफरेंट एप्सहैप्पी लाइफ तभी होती है मन की बातों दूसरों के सामने रख दिया जाए। शहर के लोगों ने सोशल मीडिया को हैप्पी रिचार्ज इसलिए माना है, क्योंकि वे गुड और बैड सभी चीजों को एक्सप्रेस करने का जरिया बन जाता है। लोगों से कनेक्टिविटी के लिए डिफरेंट एप्स और ट्रेंड करने के लिए ट्विटर भी हैप्पी फीलिंग का प्लेटफॉर्म है।
लाइफ से गम को करे दूर
कुछ समय पहले तक फीलिंग की शेयरिंग के लिए दोस्तों को चुना जाता था, लेकिन अब सोशल मीडिया को दिल की बात दूसरों तक पहुंचाने के लिए सलेक्ट किया जाता है।
खासकर युवाओं के लिए लाइफ से गम को गॉन और हैप्पीनेस को इन्वाइट करने का काम करता है।